रवि सेन/ बागबाहरा : शासकीय भूमि पर धड़ल्ले से कब्जा का खरीदी बिक्री करने एवं बड़े बड़े काम्प्लेक्स निर्माण करने का काम धड़ल्ले से चल रहा है वही नगरीय निकाय प्रशासन को सरकारी योजनाओं को संचालित करने के लिए जमीन नही मिल पा रहा है । बागबाहरा नगर के दोनों छोर पर बाहर से आयातित लोगो द्वारा नगर की बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर बड़े बड़े दुकान बनाकर बेच दिया गया है वही कुछ शासकीय जमीनों पर अभी भी कब्जा करने का काम धड़ल्ले से हो रहा है । बतादे की प्रशासन का डंडा चलने के बाद भी ये अतिक्रमणकारी राजस्व विभाग एवं नगर पालिका प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए कब्जा कर बेचने में लगे हुए है ।
सफेद पोस रसूखदार बेच रहे शासकीय भूमि : नए सब्जी मंडी से लेकर नगर पालिका कार्यालय तक रसूखदारों द्वारा शासकीय जमीनों को कब्जा कर अन्य लोगो को मोटी रकम में बेच दिया गया है । बतादे की नए सब्जी मंडी के सामने कब्जे की जमीन पर लाखों रुपये खर्च कर कोई बोर खनन करवा रहा है तो कोई बड़ा व्यवसायिक परिसर निर्माण कर कार्य कर रहे है । बतादे की इन शासकीय भूमियों को नगर के सफेदपोस रसूखदारों द्वारा लोगो को बेचा गया है ।
कुछ माह पहले हटाया गया था अतिक्रमण : राजस्व अधिकारी बागबाहरा एवं नगर पालिका प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा कुछ माह पूर्व अतिक्रमण हटाने के लिए इन निर्मित दुकानों पर बुलडोजर चलवाया था एवं दुबारा निर्माण न करने की नोटिस भी दिया गया था लेकिन ये अतिक्रमणकारियों प्रशासन के आदेशों को दरकिनार करते हुए पुनः दुकान बन कर खड़े हो गए है ।
पौनी पसारी योजना के लिए नही मिल रहा जमीन : शासन की महती योजना पौनी पसारी योजना जिसके अंतर्गत नगर पालिका प्रशासन द्वारा फुटकर कार्य करने वाले छोटे छोटे व्यापारियों के लिए सुसज्जित दुकान बनाकर देने की योजना भी आज खटाई में पड़ी है इसके कारण जानने के लिए जब हमने पालिका प्रशासन के अधिकारियो से बात की तब उन्होंने बताया कि नगर के 3 से 4 जगहों को पौनी पसारी योजना के लिए चुना गया था लेकिन इन सभी जगहों पर रसूखदार लोगो के कब्जे होने के कारण योजना अभी तक शुरू नही हो पाया है ।