- रेत का भी हो रहा है कालाबाजारी ऑफ सीजन में होता है दोगुना रेट
प्रकाश नाग/ केशकाल : क्षेत्र में लगातार अवैध रेत खनन की सूचना विभाग को मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं होता देख तस्करों का हौसला और बुलंद होता जा रहा है इसी का ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत पिपरा के छिंदडीहि में मंगलवार को सुबह देने मिला । केशकाल क्षेत्र के 10 से 15 ट्रैक्टर छिंदडीही नाला में देखा गया जहाँ से अवैध तरीके से रेत का तस्कर प्रतिदिन रेत ले जा रहे हैं । सरपंच आसोबाई मरकाम बताया कि हमारे द्वारा मना करने के बाद भी नहीं मान रहे हैं । ट्रैक्टर वालों के पास ना ही कोई रसीद है और ना ही कोई आदेश । हमारे द्वारा कई बार कोंडागांव खनिज विभाग के अधिकारी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई पर उनका मोबाइल नंबर बंद होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया है । ग्राम सरपंच के द्वारा बार बार मना करने के बाद भी रेत तस्कर धड़ल्ले से ले जा रहे हैं और ट्रैक्टर मालिक की दबंगई इतना कि ग्राम सरपंच का भी बाद नही सुन रहे हैं । स्थानीय मीडिया कर्मी के द्वारा भी रेत तस्करों को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन उन्हें भी उल्टा ही जवाब मिला ।
रेत का भी हो रहा है कालाबाजारी ऑफ सीजन में होता है दोगुना रेट
रेत तस्करों के द्वारा तेजी से अवैध रेत खनन कर जगह जगह डंप किया जाता है जब रेत की कमी होता है तब बेचा जाता है आपको बता दे कि जब सभी नदी नाला से रेट मिलता है तब प्रत्येक ट्राली का रेट 1 हजार से 12 सौ रु तक रहता है जब रेत का शॉर्टेज हो जाता है तब इसका रेट दोगुना हो जाता है 22 सौ रु से लेकर 25 सौ रु में बेचा जाता है । इससे पूर्व भी लगातार शिकायत होने के बाद जिला खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही करते हुए 14 ट्रैक्टरों को जप्त किया गया था । लगभग 10 से 15 दिन रखने के बाद उन सभी ट्रैक्टर मालिकों के द्वारा खनिज विभाग में रॉयल्टी पटाने के बाद छोड़ दिया गया था ।
इस विषय पर खनिज अधिकारी नेहा टण्डन ने बतलाया कि हमारे द्वारा पहले भी कार्यवाही किया गया है यदि इस प्रकार की अवैध रेत खनन हो रहे तो मौके पर जाकर दबी दी जाएगी। उस क्षेत्र को रेत खदान घोषित किया जा सकता है यदि ग्राम सरपंच प्रस्ताव दे दो जिससे अवैध रेत तस्करी बंद हो जाएगा । साथ ही ग्राम पंचायत को रॉयल्टी भी प्राप्त होगी ।