पुलस्त शर्मा/मैनपुर : जिला गरियाबंद रूपसिंग साहू सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यकारी अध्यक्ष छ:ग प्रदेश साहू संघ युवा प्रकोष्ठ रायपुर संभाग ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी एस सिंह देव एवं स्वास्थ्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर आग्रह किया की छत्तीसगढ़ में पैरामेडिकल पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने का निवेदन किया छत्तीसगढ़ के अधीन जैसे पंडित जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर, बलिराम कश्यप मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जगदलपुर(बस्तर),गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर सरगुजा, चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल मेडिकल कॉलेज दुर्ग, स्वर्गीय श्री लखीराम अग्रवाल मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज रायगढ़,पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल हेल्थ साइंस आयुष यूनिवर्सिटी आफ छत्तीसगढ़ ऊपरवारा नया रायपुर, छत्तीसगढ़ डेंटल कॉलेज रिसर्च इंस्टिट्यूट सुंदरा राजनांदगांव, के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के अधीन तत्काल प्रभाव से पैरामेडिकल कोर्सेज चालू करने की जरूरत है ताकि छत्तीसगढ़ में माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड द्वारा जो भी छात्र छात्राएं बायोलॉजी कोर्सेज लेकर अध्ययन किए हैं पढ़ लिख कर तैयार हुए हैं इसी बहाना छत्तीसगढ़ में एक रोजगार का साधन अच्छा पहल हो सकता है गरीब बेरोजगार एवं नवजवान वर्ग के छात्र जो किन्ही कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते थे उन्हें रोजगार एवं स्वास्थ्य सेवा से जोडऩे हेतु पैरामेडिकल पाठ्यक्रम को जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाना चाहिए था जिसका फीस न्यूनतम रखने की निवेदन एवं आग्रह है किन्ही कारणों से शासन द्वारा इनमें से कुछ पैथोलॉजी अथवा एक्सरे विभाग छोड़कर लगभग सभी कोर्सेस को चालू नहीं किया गया है इस तरह से स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार मूलक पाठ्यक्रम चालू नहीं होने के कारण ट्रेंड पैरामेडिकल स्टाफ की कमी महसूस हो रही है और हमें इसी तरह के सहायकों की भर्ती के लिए आउटसोर्सिंग का सहारा लेने की जरूरत पड़ रहा है श्री साहू ने कहा कि गरीब और मध्यमवर्गीय ऐसे छात्र छात्राओं जो निजी संस्थान की फीस वाहन नहीं कर सकते ये सारे समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जो निम्न प्रकार के हैं 1वर्षीय/2वर्षीय मेडिकल एवं नर्सिंग डिप्लोमा/डिग्री कोर्स-: जैसे,ओटी,ऑर्थोपेडिक एंड ड्रेसर,ईसीजी एंड आईसीसीयू, डेंटल, एनएसथीसिया, रेडियोथैरेपी, बायोकेमेस्ट्री,आप्थाल्मिक ,मटेरियल एंड चाइल्ड हेल्थ केयर टेक्नीशियन, यह सारे कोर्ससे को अगर चालू किया जाता है तो छत्तीसगढ़ में कोविड-19 कोरोनावायरस महामारी लगातार बढ़ते क्रम में जारी है अगर सरकार द्वारा यह सारी कोर्सेज चालू रहता तो आज स्वास्थ्य सेवाओं में स्टाफ की कमी जब महसूस हो रहा है वह देखने को नहीं मिलता एवं छत्तीसगढ़ के पढ़े लिखे नौजवान जो कि बायोलॉजी के छात्र छात्राओं को यह ट्रेनिंग एवं कोर्स करने का अवसर मिल सकता था आज यहां कोर्स छत्तीसगढ़ में नहीं होने के कारण दूसरे राज्य में जाकर करना पड़ रहा है जिसमें कुछ छात्र छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जैसे कि एम.आर.आई,सी.टी.स्कैन के तीन वर्षीय कोर्सेज के लिए आज मध्यप्रदेश विशाखापट्टनम दिल्ली मुंबई एवं अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ता वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए तत्काल प्रभाव से छत्तीसगढ़ राज्य में चालू कर देना चाहिए ताकि स्थानीय बेरोजगार छात्र एवं छात्राएं को रोजगार मूलक योजना के तहत यहां सारी योजना का लाभ मिल सकता है आज छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के संक्रमण मरीजों के लिए जगह एवं स्टाफ की भारी कमी महसूस किया जा रहा है शासन प्रशासन द्वारा हर संभव इलाज एवं सीधा में लगातार समन्वय की स्थिति में काम करने में तत्पर दिखाई देते नजर आ रहे हैं लेकिन अगर यह सारे कोर्सेज छत्तीसगढ़ में चालू करते हैं तो आने वाला समय छत्तीसगढ़ राज्य में अच्छा से स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकता है एवं पहल की जरूरत है।
रूपसिंग साहू ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र, छत्तीसगढ़ में पैरामेडिकल पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने की मांग
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