* 85 वर्षीय बुजुर्ग इंदिरा वासम ने दी कोरोना को शिकस्त |
(बीजापुर ब्यूरो) समैया पागे | जिले के कोविड-19 हास्पिटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तन्मयता एवं सेवाभाव से मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। जिसके फलस्वरुप मरीज जल्द ही स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं । अस्पताल में मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। समय पर खाने-पीने की व्यवस्था के साथ ही नियमित रुप से स्वास्थ्य परीक्षण, दवाईयों का सेवन कराया जा रहा है। जिसके परिणाम-स्वरुप मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ होकर अपने घर वापस आ रहे हैं। बीजापुर जिले के आवापल्ली निवासी सबसे वयोवृद्ध मरीज इंदिरा वासम जो 85 वर्ष की है। सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण होेने पर कोरोना जांच कराया गया जिसमें उनका रिर्पोट पाजिटिव्ह आया था। डाक्टरों ने कोविड हास्पीटल में भर्ती होने का सलाह दिया। 26 सितम्बर से कोविड हास्पीटल बीजापुर में एडमिट थी। जिनका आज डिस्चार्ज हुआ। इन्दिरा वासम बताती हैं कि सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। आक्सीजन लेवल बहुत कम हो गया था। डाॅक्टरों द्वारा आक्सीजन लगाया गया, दो दिन तक आक्सीजन की जरुरत पड़ी। इसी दौरान बुखार एवं खांसी की समस्या हो रही थी। मैं बहुत डर गयी थी। लेकिन डाॅक्टरों ने हिम्मत बढ़ाया और मेरा बेहतर ईलाज किया। समय-समय पर डाॅक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईयाॅ खिलायी और हाल-चाल पूछते रहते थे। रोज समय पर गरम भोजन एवं चाय नास्ता दिया जाता था कमरे की नियमित सफाई होती थी, अस्पताल का माहौल बहुत ही साफ-सुथरा था और कर्मचारियों का सेवा भाव और आत्मीयता से कब स्वस्थ हो गई मुझे पता नहीं चला। मैं अस्पताल आने से पहले बहुत डरी हुई थी लेकिन यहाॅं अपनापन का माहौल मिला एवं मेरा हौसला बढ़ाने में सभी डाॅक्टर एवं नर्स ने कोई कमी नहीं की। इन सभी के सेवा भाव से मुझे कोरोना के जंग मे जीत हासिल हुई इसके लिऐ मैं स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन का हृदय से आभारी हॅू। उन्होने सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना से डरना नही है, बल्कि लड़ना है। और जीतना है। प्रशासन द्वारा मरीजों के ईलाज के लिये बेहतर व्यवस्था किया गया है। कोरोना पाजिटिव्ह आने पर घबराने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है। अस्पताल का माहौल घर जैसा है। डाक्टरों द्वारा विशेष निगरानी के साथ ईलाज किया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती होकर जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ लेवें।