(बीजापुर ब्यूरो) समैया पागे: गौरतलब है कि जिला अध्यक्ष सकनी चन्द्रैया व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जेसीसीजे नेत्री जमुना सकनी साथ मे चारों ब्लॉक के पार्टी कार्यकर्ता व पदाधिकारीयों ने जिले के अधिक बाढ़ वाले ईलाके का दौरा के दौरान देखा गया है कि कुछ ग्राम जलमग्न हो जाने के कारण पूरी तरह जनजीवन प्रभावित हुआ है।जिससे चपेट आये लोगों का मकानक्षति, पशुहानि, फसल हानि आदि हुआ है।इस वैश्विक कोरोना महामारी जैसे जानलेवा बीमारी के संकट की घड़ी में बाढ़ आपदा भी लोगों के लिए मुशीबत का कारण बना है।फिर भी केंद्र एवं राज्य सरकार मे बैठे लोग इस दौरान लोंगो के उचित मदद करने के बजाय केवल राजनीति रोटी सेंकने लगे हैं।पीड़ितों की मदद के लिए सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए उनके लिए उचित मुआवजा दिलाने हेतु राज्य के महामहिम राज्यपाल महोदया व प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को निम्न बिन्दुओं का ज्ञापन सौंपा गया-
1-जिस परिवार का मकान बाढ़ की चपेट में आने से ढह गया उन्हें कम से कम दो कमरे का पक्का मकान की स्वीकृति प्रदाय कर उसे युद्ध स्तर पर निर्माण करने की कार्यवाही की जावे।
2-पशुहानि मे पर्याप्त मुआवजा राशि प्रदाय की जावे। 3-बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के अध्यनरत छात्र-छात्राओं को शासन की ओर से पुस्तक, गणवेश सहित निशुल्क शिक्षा प्रदाय की जावे। 4-बाढ़ग्रस्त क्षेत्र मे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध की जावे।
5-बाढ़ के चपेट में आये परिवार का किसान किताब(पट्टा),राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र आदि का गुम या क्षति हुआ है उसे गांव में ही शिविर लगवा कर वितरण की जाय।
6-बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में फसल हानि पर किसान को प्रति एकड़ दस हजार रूपये का मुआवजा राशि एवं किसान द्वारा ली गई सभी प्रकार के कर्जा माफ किया जाय।
इस दौरान जिला अध्यक्ष सकनी चन्द्रैया, जेसीसीजे नेत्री एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जमुना सकनी, सरपंच गुड्डू कोरसा, अंजली अरोला, सुनीता तिवारी, दीपक मरकाम,चल्मैया अंगनपल्ली, मुकेश हेमला, रोशन झाड़ी, बालकिशन बजाज, रामचन्द्रम एरोला, दिनेश मिच्चा, लालू मोड़ियाम व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।