(लखनपुर ब्यूरो जानिसार अख्तर) लखनपुर ग्राम पंचायत मुकुंदपुर विकासखंड लखनपुर में हुई अवैध जमीन कब्जा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें ग्राम के एक व्यक्ति के द्वारा ही ग्राम पंचायत की शासकीय वन भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा गया हैं, जिससे शासकीय वन भूमि क्षेत्र ग्राम पंचायत मुकुंदपुर में कम होने होते जा रहा है जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है तथा छत्तीसगढ़ शासन से प्राप्त होने वाली योजनाओं का शासकीय भूमि कम होने के कारण लाभ नहीं मिल पा रहा है से संबंधित आवेदन वन अधिकारी महोदय लखनपुर के माध्यम से जिला सरगुजा छत्तीसगढ़ को अवैध कब्जा हटाने के लिए आवेदन 23,8, 2020 ग्राम पंचायत द्वारा दिया गया था जिससे तत्काल वन विभाग लखनपुर से वन अमला आकर जानकारी का जायजा लिया तथा इसकी जानकारी मौके पर ग्राम पंचायत पटवारी को दिया गया, ग्राम मुकुंदपुर की शासकीय भूमि के अवैध कब्जे के संबंध में राज कपूर पटवारी द्वारा तहसील ऑफिस में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसके आधार पर लखनपुर तहसील दार ने ज्ञापन क्रमांक 860 दिनांक 24,8, 2020 को अवैध कब्जा धारी अनावेदक तुलाराम आत्म शिवमंगल जाति रजवार निवासी ग्राम पंचायत मुकुंदपुर द्वारा 2 हेक्टेयर शासकीय भूमि पर तार की फेसिंग एवं पौधे लगाकर अवैध रूप से बेजा कब्जा किया गया है से संबंधित सही नाप करने के लिए सुशील शुक्ला राजस्व निरीक्षक सलका, राज कपूर जी पटवारी हल्का नंबर 16, रणजीत बैक पटवारी हल्का नंबर 17, तहसील लखनपुर जिला सरगुजा छत्तीसगढ़ को ज्ञापित किया गया था जिसमें उल्लेख था कि अनावेदक के पट्टे की भूमि एवं शासकीय भूमि लगी हुई है अनावेदक को मौके पर पूछने पर पट्टे की भूमि बता रहा है परंतु ग्राम वासियों द्वारा बताया गया है कि उक्त भूमि पर अनावेदक द्वारा कभी भी कब्जा नहीं किया गया है, जिसका सामूहिक रूप से उपस्थित होकर स्थल जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें,
*ग्रामीणों ने की वन मंडल* *अधिकारी एवं कलेक्टर, वन मंत्री* *से कब्ज़ा हटाए जाने की मांग*
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुकुंदपुर के ग्राम वासियों के द्वारा 25,8, 2020 को वन मंडल अधिकारी महोदय सरगुजा को भी कब्जा हटाने के लिए आवेदन दिए थे जिसमें ग्राम वासियों के द्वारा आवेदित किए थे कि ग्राम पंचायत मुकुंदपुर में नदी के किनारे रौरीडांड वन विभाग का करीब 13 सौ से 14 एकड़ जमीन खाली पड़ा हुआ है जमीन पर ग्राम वासियों के निवेदन से पूर्व में आज से करीब 15 से 20 साल पूर्व जमीन के चारों ओर सीपीटी गड्ढा खोद वाकर वन विभाग द्वारा पूरे जमीन में बॉस लिपटिस आम और अन्य प्रकार के पौधे वन विभाग के द्वारा लगवाया गया था सलका बीट के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुकुंदपुर का वन भूमि जमीन स्थित है एवं उसकी जमीन में परसा पेड़ की भी बड़ा बड़ा झाड़ लगा है झाड़ को कुछ ग्राम वासियों के द्वारा जलाऊ लकड़ी काटकर अपने अपने घर में पहले ले गए थे जिसका शिकायत करने पर विभाग के द्वारा पी 0ओ 0आर0 जुर्माना भी लिया गया था अभी कुछ व्यक्तियों के द्वारा नर्सरी लगा हुआ जमीन को अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है जिसमें ग्राम पंचायत के ग्राम वासियों द्वारा निवेदन किया गया था कि वन विभाग द्वारा उक्त जमीन में वृक्षारोपण कर सुरक्षित करें ताकि प्रकृति का शुद्ध वातावरण ग्रामवासी को मिल सके संबंधित तथा अवैध रूप से कब्जा की जा रही जमीन को अवैध कब्जा हटाए जाने की संबंधित आवेदन दिया गया था जिसका प्रतिलिपि वन मंत्री महोदय छत्तीसगढ़ शासन, सरगुजा कलेक्टर महोदय, वनरक्षक वन वृत्त अंबिकापुर, को दिया गया था,
तथा ऐसे ही आवेदन वन परीक्षेत्र अधिकारी लखनपुर को भी दिया गया था तथा कार्रवाई की मांग की|
*पटवारी के नाप करने से ग्रामीण* *हुए असंतुष्ट, ग्रामीणों में रोष*
पटवारी के द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत के आधार पर तहसीलदार द्वारा ज्ञापित हो करके राजस्व निरीक्षक, पटवारी एवं वन विभाग के अधिकारी एवं थाना के कर्मचारी 26,8, 2020 को आए और ग्राम पंचायत के सामूहिक ग्राम वासियों के समक्ष नाप की कार्य किया गया परंतु कुछ समय पश्चात ग्राम वासियों को गुमराह में रखने के लिए बोला गया कि आज यह नाप कार्य नहीं किया जाएगा कल फिर से की जाएगी जिससे लोग सहमत हो गए तथा 27,8, 2020 को पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षक के द्वारा भूमि की नाप की गई, जिसमें पटवारियों के द्वारा यह बताया गया कि 629 /2 मे उसका 0.486 हेक्टेयर है जिसमें 0.130 हेक्टेयर उसके कब्जे का बताया गया और शेष ग्राम वासियों का हवाला दिया गया की जमीन को बिना कब्जे का भी बताया गया, जोकि पूर्ण रूप से शासकीय है क्योंकि उक्त भूमि पर अनावेदक कभी भी कब्जा नहीं किया है वह पूर्ण रुप से वन विकास निगम व वन भूमि का है इस प्रकार से पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षक के द्वारा नापी गई जमीन से ग्रामवासी संतुष्ट नहीं हुए, तथा ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अनावेदक के साथ पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक का मिलीभगत हो सकता है जिससे अनावेदक की भूमि को ग्राम पंचायत एवं वन विकास निगम या वन भूमि का शासकीय भूमि की ओर भी नापा जा रहा है जिससे पटवारी की कार्यशैली पर हमें संदेह हो रही है तथा पटवारी के द्वारा हमें गुमराह किया जा रहा है हम प्रशासन से मांग करते हैं कि हमारी शासकीय भूमि को हमें दिया जाए जिससे हम वहां वन एवं शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन कर ग्रामवासी उसका लाभ ले सकें|
*ग्रामीणों ने की पटवारी को गांव* *से हटाए जाने की मांग*
ग्रामीणों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पटवारी को ग्राम पंचायत से हटाए जाने की मांग भी की |
ग्रामीणों ने हटाया अवैध रूप से की गई के लिए लगी हुई बांस एवं फेसिंग तार को तथा हटाने के बाद बांस एवं फेसिंग तार को पंचनामा तैयार कर वन परीक्षेत्र लखनपुर को सुपुर्द कर दिया|