जमीन समतलीकरण से खेती-किसानी करने में हो रही है सहूलियत
बीजापुर | जिले के बीजापुर तहसील अंतर्गत जैतालूर निवासी लघु-सीमांत कृषक लालैया ककेम को व्यक्तिगत वनाधिकार मान्यता पत्र मिलने से उनके परिवार के जीवन में बदलाव आया है। लालैया ककेम वर्षों से काबिज काश्त वाली वनभूमि का पट्टा मिलने के फलस्वरूप अब बेदखली की चिंता से मुक्त होकर खेती-किसानी में पूरी मेहनत एवं लगन के साथ जुट गये हैं। अभी हाल ही में उनके खेत पर मुलाकात होने पर लालैया ककेम ने बताया कि पहले इस जमीन पर केवल कोदो-कुटकी की पैदावार ले रहे थे, लेकिन सरकार द्वारा मनरेगा के तहत् भूमि समतलीकरण हेतु सहायता देने के फलस्वरूप अब उन्नत खेती कर रहे हैं। इस खेत पर धान की श्री विधि पद्धति से रोपा लगाने के कारण अच्छा उत्पादन मिल रहा है। वहीं करीब आधा एकड़ टिकरा भूमि में उड़द एवं कुल्थी जैसे दलहन का उत्पादन कर रहे हैं। लालैया ककेम बताते हैं कि पहले लगभग 3 एकड़ पैतृक कृषि भूमि से ही 7 सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। इसी जमीन के पास स्थित दो एकड़ वनभूमि पर करीब 26 वर्षों से काबिज काश्त कर रहे थे। राज्य सरकार की संवेदनशील निर्णय के फलस्वरूप उन्हे उक्त भूमि का वनाधिकार पट्टा मिला तो खेती-किसानी को नई दिशा देने की ठानी। इस बीच सरकार ने मनरेगा से भूमि समतलीकरण की मदद दी, तो उन्होने इस जमीन पर धान की उन्नत खेती करना शुरू किया। यही वजह है कि गत वर्ष धान का अच्छा उत्पादन मिला और 22 क्विंटल धान लैम्पस सोसायटी में विक्रय किया। जिसकी 39 हजार 930 रूपए राशि सीधे बैंक खाते के माध्यम से मिली। वहीं राज्य सरकार के द्वारा 2500 रूपए समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के तहत् शेष अंतर की राशि राजीव किसान न्याय योजनान्तर्गत प्रदान किया गया। जिसके तहत् पहली किश्त 3 हजार 768 रूपए बैंक खाता में लाॅकडाउन के मुश्किल वक्त में मिला। यह राशि घर की अत्यंत जरूरी काम को पूरा करने में सहायक साबित हुई। अपने खेत पर छोटे बेटे शिवराम के साथ काम में जुटे लालैया ककेम अब वनाधिकार पट्टे की जमीन में नलकूप स्थापित कर साग-सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देना चाहते हैं, उन्होने इस हेतु कृषि विभाग में आवेदन करने की सोचा है। लालैया ककेम अपने काबिज काश्त वन भूमि का वनाधिकार मान्यता पत्र प्रदान करने हेतु राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहते हैं यह हमारे जैसे लघु-सीमांत किसानों के लिए बहुत बड़ी सहायता है, जिससे बेहतर तरीके से खेती-किसानी करने को प्रोत्साहन मिला है।