बीजापुर -: विगत दिनों (दिनांक 17.06.2020) जिला बीजापुर के थाना मोदकपाल क्षेत्रान्तर्गत जिला बीजापुर एवं 170वीं वाहिनी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को ग्राम पेद़दाकवाली में संदिग्ध परिस्थिति में मिली *माओवादियों के बटालियन के कम्पनी नम्बर 01 की प्लाटून नम्बर 03 की महिला माओवादी सुमित्रा चेपा पिता सिन्ना चेपा उम्र 32 वर्ष निवासी पेद्दाकोवाली थाना मोदकपाल जिला बीजापुर जिसे कोरोना संक्रमण संबंधित समस्त स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाकर क्वारेन्टाईन में रखा गया था, क्वारेन्टाईन दौरान कोरोना परीक्षण में सुमित्रा चेपा का रिपोर्ट नेगेटिव आया लेकिन टीबी बीमारी का टेस्ट कराने पर टीबी रिपोर्ट पाॅजिटीव आया जिसका ईलाज जिला अस्पताल बीजापुर में कराया जा रहा है। क्वारेन्टाईन अवधि पुर्ण होने के पश्चात उससे विस्तृत पुछताछ में उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 से लगातार तबियत खराब होने के बावजूद माओवादी बटालियन के कम्पनी नम्बर 01 के सदस्या के रूप में सक्रिय रही । इसका पति हुंगा मड़काम उम्र 36 वर्ष निवासी दरभा थाना जगरगुुड़ा जिला सुकमा भी बटालियन के कंपनी नम्बर 01 में सेक्शन डिप्टी कमाण्डर के पद पर सक्रिय है। इसका बार-बार सर्दी, खांसी व बुखार की शिकायत होने पर बटालियन इंचार्ज हिड़मा द्वारा संगठन में अपने साथ रखना उचित नही समझकर दिनाॅक 12.06.2020 को 04 माओवादियों के साथ ग्राम पेद्दाकोवाली घर भेज दिया। घर में रहकर ईलाज करवाना फिर तबियत ठीक होने के बाद संगठन में आना बोले थे किन्तु कोरन्टाईन अवधि के दौरान जिस ढंग से मेरा देख रेख एवं ईलाज पुलिस विभाग द्वारा किया गया, उससे मेरे हृदय में पुलिस के प्रति धारणा बदल गई और इस दो सप्ताह की अवधि में विभिन्न सामाचार माध्यमों एवं टेलीविजन आदि देखने से मुझे अहसास हुआ की अब तक माओवादी जनता को दिग भ्रमित कर क्षेत्र के विकास में बाधा बन रहें है। अब मै उसका हिस्सा नहीं बनना चाहती तथा माओवादियो की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आकर तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आज दिनांक 04.07.2020 को पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी., उप महानिरीक्षक (आपरेशन)केरिपु बीजापुर श्री कोमल सिंह, कलेक्टर रितेश अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण किया । बटालियन में सक्रियता के दौरान 303 हथियार रखती थी । माओवादी संगठन में कार्य का विवरण:-
01. वर्ष 2004 में मद्देड़ एलओएस कमाण्डर नागेश के द्वारा गाॅव में क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन के सदस्या के रूप में भर्ती किया गया एवं 2004 से 2010 तक इसी पद पर कार्य किया।
02. जनवरी 2009 में थाना कोतवाली बीजापुर के अपराध क्रमांक 04/09 धारा 147, 148, 149, 307, 341, 427 भादवि0 एवं 25, 27 आम्र्स एक्ट में गिरफ्तार हुई थी। जो बाद में जमानत पर छुट गई थी। 03. दिसम्बर 2010 में मद्देड़ एलओएस कमाण्डर योगेश उर्फ हरिराम तथा नागेश के द्वारा मद़देड़ एलओएस (लोकल आर्गनाईजेशन स्क्वाड) में भर्ती किया गया ।
04. वर्ष 2011 में गंगालूर एरिया कमेटी में एरिया कमेटी सदस्या लच्छी पोटाम के साथ 06 माह पीएलजीए सदस्या के रूप में काम किया। 05. जुन 2011 से जून 2020 तक माओवादियों के बटालियन के कम्पनी नम्बर 01 के प्लाटून नम्बर 03 में सदस्या के रूप में सक्रिय रहीं। महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल –
01. मार्च-अपै्रल 2012 में किरंदूल (दन्तेवाड़ा) में पुलिस वाहन पर फायरिंग किये, इस घटना में 06 पुलिस कर्मी मारकर 06 हथियार लुटे थे।
02. वर्ष 2014 में ग्राम कसालपाड़ (सुकमा) में गस्त कर रही पुलिस पार्टी पर फायरिंग में शामिल रही, जिसमें 15 पुलिस कर्मी को मारे एवं 10 हथियार लुटे थे।
03. वर्ष 2015 में ग्राम पीड़मेल (सुकमा) के जंगल के पास गस्त कर रही वापस जा रही पुलिस पार्टी पर फायरिंग किये, इस घटना में 03 पुलिस कर्मी मारकर 02 हथियार लुटे थे एवं 03 माओवादी सदस्य घायल हुये थे । उक्त महिला माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण करने पर इन्हे उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी. द्वारा 10,000/-रूपये,नगद प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया।