दिल्ली। दोस्त ने कार ले जाकर दिल्ली में बेच दी और फिर अपने दोस्त का फोन उठाना भी बंद कर दिया और उसे सोशल मीडिया पर से भी ब्लॉक कर दिया। कुछ महीनों बाद इसका पता चला। पुलिस ने पांच महीने की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ सोमवार को विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। कारोबारी की गुरुग्राम में ही लेदर की फैक्ट्री है। उन्होंने बताया कि मार्च 2019 में सिविल लाइन में रहने वाला दोस्त नवीन पाल यादव कुछ दिन के लिए घूमने जाने की बात कह कर उनकी लैंड क्रूजर कार मांगकर ले गया था और फिर लौटाई नहीं।कारोबारी ने बताया कि जनवरी में पता चला कि नवीन पाल यादव ने उसकी कार दिल्ली के गुरप्रीत संधू को बेच दी है। कार छह लाख रुपये में नकद रसीद पर बेची गई थी। गुरप्रीत के पास कार का कोई दस्तावेज नहीं है। कारोबारी ने जब फोन कर उससे कार लौटाने के बारे में कहा तो उसने मना कर दिया। उन्होंने उसे बताया कि कार के असली मालिक वह हैं और पूरे दस्तावेज भी उनके पास हैं। इसके बाद भी उनकी कार नहीं लौटाई गई। उसने नवीन पाल से बात करने के लिए कह दिया। उन्होंने बताया कि 2010 में लैंड क्रूजर कार MP-09CE-9036 खरीदी थी, जिसकी बाजार कीमत करीब 40 लाख रुपये के करीब है। कारोबारी ने बताया कि वह किसी अन्य दोस्त के माध्यम से नवीन से मिला था। पिछले 10 साल से दोनों दोस्त थे। उसने बताया था कि उसका एक पेट्रोल पंप भी है, लेकिन वह झूठ बोल रहा था। इस दौरान उन्हें पता चला कि नवीन ने उनके एक दोस्त की तीन कारें भी मांग कर इसी तरह बेच दी थीं। उसमें एक लैंड क्रूजर कार भी थी। उनके दोस्त ने नवीन पाल यादव के खिलाफ दिल्ली में भी शिकायत दर्ज कराई थी। लेदर कारोबारी ने जनवरी 2020 में सेक्टर-14 थाने में शिकायत दी। करीब पांच महीने तक जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।