रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि सरकार की ओर से गठित झीरम न्यायिक जांच आयोग पर रोक लगाने नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक उच्चन्यायालय गए थे। न्यायालय ने आगामी सुनवाई तक आयोग पर रोक लगाई है। आयोग के गठन के खिलाफ कोई निर्णय नहीं दिया है। अगामी सुनवाई को सरकारी वकील विधिवेत्ता सरकार का पक्ष अदालत के समक्ष रखेंगे। हमें पूरा भरोसा है, न्यायायल झीरम की जांच को आगे जारी रखने का आदेश देगा और झीरम का पूरा सच जरूर सामने आएगा। शुक्ला ने कहा कि अदालत में प्रस्तुत किए गए नेता प्रतिपक्ष के तथ्यों का जवाब अदालत में दिया जाएगा। जिस प्रकार से भाजपा झीरम की जांच रोकने का षडयंत्र कर रही है, उससे यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा कि भाजपा झीरम की जांच क्यों नहीं होने देना चाहती? ऐसा क्या डर है जो बार-बार जीरम की जांच में भाजपा के तरफ से अडंगे लगाए जाते हैं। ये कोई पहली बार नहीं हुआ है जब भाजपा ने झीरम घाटी कांड की जांच में बाधा खड़ी करने की कोशिश की हो। झीरम घाटी कांड की जांच सबसे अधिक भाजपा के शासन काल में हुई। सीबीआई की जांच नहीं होने दे रहे थे, एनआईए की जांच रोक दिया था। एसआईटी की जांच नहीं होने देना चाहते थे। अब न्यायिक जांच आयोग की जांच को रोकना चाहते हैं।