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भिलाई स्टील प्लांट और निगम के बीच संपत्तिकर का झगड़ा…बीच में फंसे टाउनशिप के व्यापारी और थर्ड पार्टी अलॉटी

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भिलाई.भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन और नगर निगम प्रशासन भिलाई के बीच संपत्तिकर के झगड़े में टाउनशिप के व्यापारी, लीजधारक और थर्ड पार्टी अलॉटी फंस गए हैं। उनसे न तो संयंत्र प्रबंधन पिछले पांच साल वर्ष 2016-17 से संपत्तिकर वसूल रहा है और न ही नगर निगम प्रशासन। व्यापारियों के कई बार आग्रह के बाद भी दोनों संस्थान न तो स्पष्ट जवाब दे रहा और न ही मामले का निपटारा कर रहा है। स्टील सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स और कन्फेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने कलेक्टर, निगम आयुक्त और संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवा विभाग को एक बार फिर पत्र लिखा है।
भिलाई स्टील प्लांट और निगम के बीच संपत्तिकर का झगड़ा, बीच में फंसे टाउनशिप के व्यापारी और थर्ड पार्टी अलॉटी

भिलाई स्टील प्लांट और निगम के बीच संपत्तिकर का झगड़ा, बीच में फंसे टाउनशिप के व्यापारी और थर्ड पार्टी अलॉटी
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रशासित क्षेत्र के व्यापारी एवं तृतीय पक्ष के अन्य उपभोक्ताओं ने 2014 -15 तक संयंत्र प्रबंधन के दिशा निर्देश पर संयंत्र के पक्ष में संपत्तिकर का भुगतान किया है। वर्ष 2016-17 में संयंत्र ने बिल में लिखकर भेजा कि आप वर्ष 2016-17 से नगर पालिक निगम कार्यालय में संपत्तिकर का भुगतान जमा करें।
उसी समय ही भिलाई स्टील सिटी चेंबर ने तत्कालीन निगम आयुक्त को पत्र लिखकर संपत्तिकर निगम कार्यालय में लिए जाने का आग्रह पत्र सौंपा। साथ में यह भी निवेदन किया था कि उनके सभी दस्तावेज नगर सेवा से नगर पालिक निगम भिलाई में बुला लिया जाए ताकि हर तरह के करों का भुगतान तृतीय पक्ष के उपभोक्ता निगम कार्यालय में आदेशानुसार कर सके।
जिला प्रशासन भी रहा अब तक उदासीन
निगम आयुक्त नगर ने वर्ष 2021 में व्यापारियों को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी भेजी की संपत्तिकर का भुगतान संयंत्र प्रबंधन के पास ही जमा करें। नगर निगम भिलाई तृतीय पक्ष के उपभोक्ताओं से संपत्तिकर का भुगतान नहीं ले सकेगा। इस असमंजस के कारण शहर के तृतीय पक्ष के लोगों का पिछले 5-6 वर्षों से संपत्तिकर का भुगतान रुका हुआ है। व्यापारियों ने कलेक्टर कार्यालय को भी पत्र लिखा था लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं होने के कारण प्रकरण लंबित है।
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