नई दिल्ली। यूं तो खबरों की इस दुनिया में बेशुमार खबरें आती जाती रहती हैं, लेकिन कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिन्हें जानकर हमारी रूह कांप जाती है। कलेजा दहल उठता है। आंखें खौफजदा हो जाती है। दिल खौफ के दरिया में सराबोर हो जाता है, तो जेहन में रोष का सैलाब भी उफनने लगता है। रोष उन लोगों के खिलाफ जो ऐसा कुकृत्य करने का दुस्साहस करते हैं। हम यह सब आपको इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि एक ऐसा ही रूह कंपा देने वाला मामला राजस्थान के बसोली थाना क्षेत्र की खीण्या ग्राम पंचायत के गांव कालाकुआं के पास से सामने आया है, जहां महज एक 14 साल की नाबालिग बच्ची को कुछ दंरिदों ने मौत के घाट उतार दिया। कसूर? मत ही पूछिए साहब? कसूर उस मासूम-सी बच्चा का महज इतना था कि उसने अपनी सहेलियों के साथ जंगल में घूमते-घूमते कुछ लोगों की बकरियां चुरा ली थी। जिससे खफा हुए लोगों ने उसे बेरहमी से मौत की नींद सुला दी और हां… अगर हमने आपको उन दंरिदों द्वारा बच्ची को मौत के घाट उतारने के सलीके से रूबरू करा दिया, तो आपकी रूंह कांप जाएगी।
जी हां… वो इसलिए….क्योंकि उन दंरिदों ने बच्ची को मारने के लिए भारी भरकम पत्थर का इस्तेमाल किया। राक्षसी प्रवत्ति के इन लोगों ने उस बच्ची को पूरी तरह से लहूलुहान कर दिया। बच्ची के शव को देखकर ऐसा मालूम पड़ रहा है कि उसका शव किसी लहू की दरिया में बहकर सामने आया हो। इसके अलावा बच्ची का शव निवस्त्र अवस्था में मिला है, जिसे देखकर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया है। फिलहाल, इसे लेकर कुछ भी कह पाना मुश्किल है। इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच का सिलसिला शुरू कर चुका है। आस पास के रहने वाले लोग इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम तक पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो, ऐसा सुनिश्चिच करने की मांग कर रहे हैं।