क्राइम वॉच

बड़ी कार्रवाई! 20 लाख कैश और क्रेटा कार लेकर हैकरों को छोड़ने वाले क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल बर्खास्त

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उत्तर प्रदेश : दिल्ली NCR से सटे नोएडा में पुलिस (Noida Police) पर 20 लाख रुपए कैश और एक क्रेटा गाड़ी लेकर आरोपियों को छोड़ने का आरोप लगा है. इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए नोएडा क्राइम ब्रांच के एक इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल को पुलिस कमिश्नर ने मंगलवार को बर्खास्त कर दिया. वहीं, इन पुलिस कर्मियों पर ATM चोरों की गैंग से कार और 20 लाख रुपए लेने के मामले में यह कार्रवाई की गई है. गाजियाबाद पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में गैंग के सदस्यों ने नोएडा पुलिस के लेन-देन का खुलासा किया था.

दरअसल, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर आलोक कुमार सिंह ने क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर सावेज खान के साथ कॉन्स्टेबल अमरीश यादव को बर्खास्त कर दिया है. इन दोनों और इनकी टीम पर ATM लूट कांड के आरोपियों को 20 लाख रुपए और क्रेटा कार लेकर छोड़ देने का आरोप साबित हुआ है. वहीं, बीते सोमवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना पुलिस से पूछताछ में गैंग ने इस बात का खुलासा किया था. इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठा दी थी. वहीं, जांच में दोषी पाए जाने पर इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को बर्खास्त किया गया है. साथ ही स्वाट टीम को डिसमिस कर इस मामले में अन्य कर्मियों को नोटिस भी जारी किया गया है.

जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बीते सोमवार को गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने ATM हैकर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. वहीं, पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया कि उन्हें लगभग 3 महीने पहले SOG नोएडा की टीम ने पकड़ा था और उस दौरान उनके पास 10 लाख रुपए कैश था. जिसे टीम ने जब्त कर लिया था और उसके बाद उनसे 10 लाख रुपए और लेने के लिए SOG कर्मियों की एक टीम उनके घर गई थी. टीम वहां से 10 लाख रुपए और क्रेटा कार लेकर आ गई थी. इस पर इंदिरापुरम थाना पुलिस ने हैकर को उनके घर ले जाकर वहां सेSOG कर्मियों द्वारा क्रेटा कार ले जाने की CCTV फुटेज भी बरामद कर ली है.

DGP ने दिए पुलिस कमिश्नर को कार्रवाई के निर्देश
गौरतलब है कि इस मामले में पूरी रिपोर्ट बनाकर डीजीपी मुख्यालय को भेजी जिसे डीजीपी ने गंभीरता से लिया है और इस प्रकरण में जांच बैठाते हुए रिपोर्ट तलब की है. एडीजी इंटेलिजेंस भी पूरे मामले की जांच करा रहे हैं. जिसमें जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को निर्देश दिए और फिर ये कार्रवाई की गई है.

हैकर को छोड़ने के लिए मांगी थी 50 लाख की रकम
वहीं, इस मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों के अनुसार नोएडा पुलिस ने एटीएम हैकर को छोड़ने के लिए पहले 50 लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में 20 लाख रुपए देने पर सहमति बनी. हैकर जब एसओजी कर्मियों को अपने घर रुपये देने के लिए लेकर गए तो वहां पर एक नई क्रेटा कार भी खड़ी थी. इस पर तब तक नंबर भी नहीं था. एसओजी कर्मियों ने कहा कि यह कार भी तुमने ठगी के रुपए से खरीदी है और इस कार को भी वह अपने साथ ही लेकर चले गए.

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