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स्वस्थ विभाग में भ्रष्टाचार, बेवा ने बेटे को ऑपरेशन करने जिला अस्पताल, दुर्ग में किया दाखिल, वार्ड ब्वाय ने मांगा दस हजार

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  • शिकायत हुई तो वार्ड ब्वाय ने मरीज को लौटाए पैसे, डॉक्टर ने किया ऑपरेशन करने से इंकार.

भिलाई : जिला के सरकारी अस्पताल में भ्रष्टाचार चरमसीमा पर है। मरीज से न सिर्फ पैसा मांगा जा रहा है, बल्कि पैसा देकर दूसरों को बता देने पर मरीज को लौटाने तक की शिकायत सामने आ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर बेवा के बेटे के साथ ही ऐसा ही हुआ है। इस मामले में शिकायत कलेक्टर, दुर्ग से की गई है। वहीं पीडि़त परिवार बेटे को एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने दाखिल किया है। जहां उसका आज ऑपरेशन किया गया है। इस मामले में जिला अस्पताल के सीएस खामोश हैं। वहीं सीएचएमओ ने शिकायत आने पर जांच करवाने की बात कही है।

मांगा दस हजार
बेलदार पारा, वार्ड-1, दुर्ग में रहने वाली बेवा ने अपने बेटे सागर बेलदार (27 साल) को करीब दस दिन पहले जिला अस्पताल, दुर्ग में दाखिल किया। सागर के घुटने के नीचे की हड्डी का तीन टुकड़ा हो गया था। जिसका ऑपरेशन करवाना था। सप्ताहभर से वे दाखिल थे, लेकिन ऑपरेशन नहीं हो रहा था। इस बीच सागर से अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय ने कहा दस हजार रुपए देने से ऑपरेशन हो जाएगा। शुक्रवार की शाम को सागर ने इधर-उधर से पैसा लेकर उसे दिया।

ऑपरेशन के लिए रात में रखा भूखा
वार्ड ब्वाय ने रात में मरीज को भूखा रखा। सुबह होने पर ऑपरेशन के लिए जाने से पहले जो ड्रेस पहनाते हैं, वह भी पहना दिया। इस बीच वार्ड ब्वाय ने कहा कि डॉक्टर रायपुर गए हैं। यह कहते हुए ऑपरेशन वाले कपड़े वापस ले लिया। भारतीय जनता युवा मोर्चा तक यह शिकायत पहुंची। तब उनके कुछ साथियों ने मौजूद सिस्टर्स से आकर पूछा कि पैसा किस बात का लिया जा रहा है। वे पूछताछ करके लौट गए।

पैसा लौटाते हुए कहा अब नहीं होगा यहां इलाज
वार्ड ब्वाय रविवार को ही मरीज के पास आया और दस हजार लौटाते हुए कहा कि पैसा देने की बात बाहर बताता है। अब इस अस्पताल में तुम्हारा इलाज नहीं होगा। यह कहते हुए वह वार्ड से चला गया। सागर इससे परेशान हो गया। इस बात को उसने फिर से अपने दोस्तों को बताया।

सीएस से मिलकर किए शिकायत
भारतीय जनता पार्टी युवामोर्चा के जिलाध्यक्ष नितेश साहू ने बताया कि इस मामले को लेकर वे जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर पुनित बालकिशोर से शिकायत की। उन्होंने जांच करवाता हूं कहकर मामले को टाल दिया। डॉक्टर ने मरीज को बिना ऑपरेशन किए जिला अस्पताल से रवाना किया। जिससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आखिर मरीज का ऑपरेशन डॉक्टर ने क्यों नहीं किया। अस्पताल में इतना खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है कि वार्ड ब्वाय सीधे पैसे मांग रहा है।

सीसीटीवी में मिल सकता है सबूत
मरीज से पैसे की लेन-देन कब और किसने की, यह सबकुछ अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखने से साफ हो जाएगा। अस्पताल में कई स्थानों पर प्रबंधन ने सीसीटीवी कैमरा लगा रखा है।

डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से कर दिया इंकार
नितेश ने बताया कि इसके बाद डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन करने से इंकार कर दिया। जिस मरीज को दो दिन पहले भूखा रखकर ड्रेस तक पहना चुके थे। उस मरीज का ऑपरेशन करने से मना किया गया। इसके बाद उसे जिला अस्पताल से जाने कह दिए। गरीब परिवार के साथ जिला अस्पताल में यह हो रहा है।

निजी अस्पताल में लेकर गया परिवार
मरीज का ऑपरेशन करना बेहद जरूरी था। इस वजह से बुधवार को जिला अस्पताल से मरीज को निजी अस्पताल में लेकर गए और वहां ऑपरेशन किया गया।

कलेक्ट्रोरेट में भाजयुमो ने किया प्रदर्शन
इस मामले को लेकर भाजयुमो ने दुर्ग, कलेक्ट्रोरेट में प्रदर्शन किया। वे जिला अस्पताल, दुर्ग में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर निशाना साध रहे थे। आरोप है कि मामले में शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन आंख बंद करके बैठा है। इस मामले में भाजयुमो ने कलेक्टर ने नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है।

मुफ्त की जगह लग गए 15 हजार
जिला अस्पताल में युवक का मुफ्त में ऑपरेशन होना था। निजी अस्पताल में दाखिल होने पर उसके आयुष्मान योजना के कार्ड से 15 हजार रुपए का इलाज किया गया है।

शिकायत आने पर की जाएगी जांच
डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर, चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर, दुर्ग ने बताया कि मरीज को दाखिल करने के बाद बिना ऑपरेशन किए लौटा दिए और वार्ड ब्वाय ने दस हजार रुपए लिए। इस मामले में शिकायत आने पर जांच की जाएगी।

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