- 10 हजार से भी ज्यादा की संख्या में पहुंचे थे आंदोलनकारी
तिलकराम मंडावी/कलकसा/डोंगरगढ़ : छत्तीसगढ़़ सर्व आदिवासी रायपुर के प्रांतीय आव्हान पर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज जिला इकाई राजनांदगाँव के नेतृत्व में जिला भर के 10 हजार से ज्यादा आदिवासीयों ने अपनी 12 सूत्रीय संवैधानिक मांगो को लेकर नागपुर-रायपुर नेशनल हाईवे सड़क पर चिचोला में एक दिवसीय जिला स्तरीय आर्थिक नाकेबंदी सह चक्काजाम किया गया। सुबह 11 बजे चिचोला सप्ताहिक बाजार स्थल में पंडालों की व्यवस्था कर मंच पर बारी बारी से सर्व आदिवासी समाज प्रमुखों ने उद्बोधन दिया गया और देखते ही देखते युवा, युवती, महिला, बुजुर्ग, सहित 10 हजार आदिवासी समाज के लोग सभा स्थलपहुंचे लगे । और दोपहर को सभा स्थल से रैली निकाल हाईवे में डोंगरगढ़ मोड़ से वापस छुरिया मोड़ के पास आपनी मांगों को लेकर सड़क की दोनों ओर बैठ गये। रैली में सड़क की दोनों ओर करीब दो किलोमीटर तक फैले थे आंदोलनकारी। एसडीएम डोंगरगढ़ अविनाश भोई, पुलिस के आला अधिकारियों ने बहुत समझाने का प्रयास किया। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज जिला इकाई राजनांदगाँव के पदाधिकारी ने बताया कि 1, जिला सुकमा में आदिवासी समाज बस्तर के सिलगेर के निर्दोष ग्रामीण आदिवासियों की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गया है उनके परिजनों को उचित मुआवजा एवं शासकीय नौकरी देने व बस्तर में नक्सल समस्या का स्थायी समाधान करने, पदोन्नति में आरक्षण देने, शासकीय नौकरी में बैकलाॅग एवं नई भर्तियों पर आरक्षण रोस्टर लागू करने, पांचवीं अनुसूची में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भर्ती में शत-प्रतिशत आरक्षण लागू करने, खनिज उत्खनन के लिए जमीन मालिक को शेयर होल्डर बनाने तथा गौण खनिज का पूरा अधिकार ग्राम सभा को देने, फर्जी जाति प्रमाणपत्र धारियों पर कार्यवाही करने, 18 जनजातियों को जाति प्रमाणपत्र जारी करने, छात्रवृत्ति योजना हेतु आय सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर 8 लाख करने, गैर आदिवासी लड़का से शादी करने वाली आदिवासी समाज की लड़की को आदिवासी समाज की जाति प्रमाणपत्र का लाभ नहीं देने, आदिवासी समाज पर जातिगत अत्याचार करने वाले को कड़ी सजा देने, आदिवासी बेजोजगारो के लिए रोजगार का अवसर प्रदान करने , मोहला-मानपुर-चौंकी जिला को आदिवासी जिला घोषित करने ,पारंपरिक ग्रामसभा के रूढ़िगत परम्परा का उल्लंघन करने वाले तथाकथित बाबा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग को लेकर आर्थिक नाकेबंदी एवं चक्का जाम किया गया। वहीं आदीवासियों ने ढोकला के रूढ़ी परंपरागत व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले पाटेश्वर धाम जामड़ी पाठ के संचालक बालक दास के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की लिखित आश्वासन अधिकारियों द्वारा देने के बाद शाम करीब चार बजे ही माने। इधर हाईवे में दोनों ओर काफी लंम्बी भारी वाहनों की जाम लगी रही । सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश व्यापी आर्थिक नाकेबंदी के आवाहन पर प्रदर्शन करने सर्व आदिवासी समाज जिला राजनांदगांव के 10 हजार से ज्यादा की संख्या में युवाओं, युवतियों, महिलाओं, पुरुष, बुजुर्ग सहित सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष जसवंत घावड़े, सरंक्षक विष्नु देव ठाकुर , उदय नेताम,प्रमोद सिदार ,संतोष पडौती, सरजू टेकाम , चेम सिंह मरकाम , मनोज नेताम ,भरत कोराम ,श्यामदास मंडावी,सुदेश टिकम, एवन आचले, मदन नेताम, पवन चन्द्रवंशी, सुरेन्द्र मंडावी, देशराम कोर्राम, सुरेश रावटे,नरेन्द्र मंडावी, शोभित चन्द्रवंशी ,मदन उइके, राजेश नेताम , सहित सर्व आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थिति रहे ।

