देश दुनिया वॉच

1 सितंबर से भक्तों के लिए खुलेंगे लिंगराज मंदिर के द्वार, इन नियमों का करना होगा पालन

Share this

भुवनेश्वर : ओडिशा की राजधानी भुवनेेश्वर में स्थित लिंगराज मंदिर को भक्तों के लिए 1 सितंबर को खोलने का निर्णय लिया गया है. इस बात की जानकारी शुक्रवार को लिंगराज मंदिर ट्रस्ट बोर्ड ने दी. प्रभु लिंगराज के दर्शन के लिए भक्तों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य किया गया है. साथ ही कोरोना संकट के बीच एक बार में केवल 100 भक्तों को ही मंदिर में एंट्री दी जाएगी. कोरोना महामारी के मद्देनजर लिंगराज मंदिर को अस्थाई रुप से बंद किया था. शुक्रवार को मंदिर ट्रस्ट बोर्ड ने कोविड नियमों के साथ भक्तों के लिए 1 सितंबर से लिंगराज मंदिर का द्वार खोलने का निर्यण लिया है. इस बीच भक्तों को दर्शन के लिए फेस मास्क लगाना एवं दूसरे से 6 फीट की सामाजिक दूरी बनाना अनिवार्य किया गया है. साथ ही भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. लिंगराज मंदिर मुख्यालय ने एक विज्ञपति जारी कर कहा कि मंदिर ट्रस्ट बोर्ड एवं भुवनेश्वर नगर निगम के बीच पिछले 18 अस्गत को संयुक्त बैठक हुई थी. इस बैठक के दौरान कोरोना के मद्देनजर 1 सितंबर को भक्तों के लिए लिंगराज मंदिर को खोलने का निर्णय लिया गया था. साथ ही भक्तों के दर्शन के लिए भुवनेश्वर नगर निगम ने एक विशेष कोविड गाइडलाइन तैयार की. मंदिर ट्रस्ट बोर्ड ने भुवनेश्वर नगर निगम प्रस्तावित कोविड गाइडलाइन को स्वीकार कर उसे भक्तों और सेवायत पर लागू करने का निर्देश दिया.

लिंगराज मंदिर में दर्शन के लिए इन नियमों का करना होगा पालन –

1.लिंगराज दर्शन के लिए भक्तों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज का सर्टिफिकेट प्रवेश द्वार पर दिखाना अनिवार्य होगा. भक्त मोबाइल फोन पर भी सर्टिफिकेट दिखा सकते हैं.
2. भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश करना सख्त वर्जित है. एक बार में केवल 100 की संख्या में भक्त मंदिर परिसर के सिंह द्वार से अदा काठा (लकड़ी से बना बैरिकेड) तक जाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं.
3. सेवायत भक्तों से किसी भी प्रकार का प्रसाद स्वीकार नहीं कर सकते हैं. साथ ही भक्तों को केवल दर्शन के लिए अनुमित होगी.
4. एक-दूसरे से 6 फीट की दूरी और फेस मास्क लगाना अनिवार्य है.
5. सेवायत कोविड निगेटिव रिपोर्ट या कोविड टीके के दूसरे डोज का सर्टिफिकेट पाने के बाद ही मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकेंगे.
6. मंदिर प्रशासन भक्तों के लिए प्रवेश एवं निकासी द्वार पर हाथ धोने के साथ सैनेटाइजेशन की व्यवस्था करेगा.
7. बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं एवं बीमार नाबालिगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमित नहीं होगी.
8. एक स्थान पर 25 लोगों से ज्यादा की उपस्थिति की अनुमति नहीं है.
9. मंदिर प्रवेश के समय सिंह द्वार पर भक्तों की थर्मल स्क्रिनिंग की जाएगी.
10. किसी भी प्रकार से कोविड के नियमों में अनियमिता होने पर भुवनेश्वर नगर निगम ट्रस्ट बोर्ड से बातचीत कर मंदिर खोलने के आदेश को वापस ले सकता है.

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *