प्रांतीय वॉच

 जंगल में पहाड़ की चट्टानों से बहने वाला सतबहिनी झरना करता है आकर्षित

Share this
  •  अद्भुत नजारे, सरकार एवं प्रशासन दें ध्यान तो, हो सकता है विकसित

आफ़ताब आलम/बलरामपुर : बलरामपुर  जिला प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है यहां ऊंचे ऊंचे पहाड़ जंगल नदियां झरने सहित प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है यहां प्रकृति कि गोद में सतबहिनी झरना पर्यटन स्थल भी है। रामानुजगंज से 18 किलोमीटर और जिला मुख्यालय बलरामपुर से 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत विश्रामपुर में यह नायाब प्राकृतिक तोहफा है लेकिन क्षेत्र के बहुत कम लोग ही इस बेहतरीन प्राकृतिक स्थल वाटरफॉल के बारे में जानते हैं,, मुझे लगता है इस जगह का नाम भी ज्यादातर लोगों ने अबतक नहीं सुना होगा आसपास गांव के ही लोग यहां कभी कभार पहुंचते हैं ऊंची पहाड़ियों से आ रहा पानी यहां झरने का रूप ले लेता है, दूरदराज के जंगलों से आते हुए बारिश का पानी में पत्थरों चट्टानों से टकराते हुए अनेकों छोटे छोटे झरने निर्मित होते हैं। पहाड़ियों कि श्रृंखलाएं वाटरफॉल और डेम प्रकृति को सुंदरता अलग रंग में रंग देता है यहां आने वाले लोगों को रोमांचित कर देता है।

यहां नेचुरल सनसेट पॉइंट है,, चारों तरफ से ऊंची ऊंची पहाड़ियों से घिरा हुआ यह जगह जहां से आप सनसेट का अदभुत नजारा अपने आंखों से यादों में उतार सकते हैं, फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह बहुत उपयुक्त है।

 

जंगलों पहाड़ियों का पुरा पानी नीचे लुत्ती डेम में जमा हो जाता है, जिससे आसपास क्षेत्र के किसानों को खेती के लिए जरूरत पड़ने पर पानी उपलब्ध हो जाता है जनवरी फरवरी का महीना आने तक बारिश पर निर्भर यह झरना गिरना बंद हो जाता है।

प्राकृतिक पर्यटन स्थल को विकसित किए जाने कि है जरुरत

प्रकृति के बीच बेहतरीन जगह अपार संभावनाओं से भरे इस क्षेत्र को प्रशासन सरकार प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विकसित किया जा सकता है बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचेंगे जिससे यहां आस पास रहने वाले लोगों को रोजगार आजिविका सहायता मिल सकती है इसपर सही दिशा में प्रयास किए जाने कि जरूरत है।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *