भिलाई : नेशनल डिफेंस एकेडमी( NDA) में अब बेटियों के लिए दरवाजे खुलने के बाद जिले की होनहार बेटियों को आगे बढ़ाने शिक्षा विभाग उन्हें स्पेशल कोचिंग देगा। जिला शिक्षा विभाग ने बेटियों के लिए भी कुछ अच्छा सोच रखा है। डीईओ प्रवास सिंह बघेल ने कहा कि अब तक सेना में अधिकारी बनने बेटियों को सीडीएस की परीक्षा देने स्नातक तक का इंतजार करना होता था, लेकिन अब यह अच्छा मौका है, जब एनडीए के जरिए वे सेना में अधिकारी बन सकेंगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बेटियां अब एनडीए तक पहुंचने का सपना संजोने लगी हैं, और उनके सपनों को साकार करने विभाग भी अपनी तैयारी कर रहा है। यदि एनडीए इस वर्ष ही एग्जाम में बेटियों को बैठने की इजाजत देगा तो उनकी कोचिंग भी जल्दी शुरू हो जाएगी। प्रदेश में यह पहला जिला है, जहां एनडीए के लिए फ्री कोचिंग चलाई जा रही है। कुछ दिनों पहले ही लड़कों के लिए कोचिंग शुरू की गई थी जिसमें स्वयं डीईओ, बीईओ और विभाग के एक्सपर्ट टीचर भी पढ़ा रहे हैं।
स्क्रिनिंग के जरिए प्रवेश
डीईओ बघेल ने बताया कि इस कोचिंग के लिए 12 वीं की उन छात्राओं का चयन किया जाएगा जो मैथ्स ग्रुप से होंगी। साथ ही उनकी स्क्रिनिंग की जाएगी, ताकि उनके पढ़ाई के लेवल को समझा जा सकें। मेरिट के आधार पर कोचिंग में प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोचिंग में स्कूल के एक्सपर्ट टीचर के साथ ही प्राइवेट कोचिंग के भी एक्सपर्ट की मदद ली जाएगी।
फिजिकली करेंगे फिट
एनडीए की कोचिंग में केवल एकेडमिक ही नहीं, बल्कि उन्हें फिजिकली फिट रखने विभाग के एनआईएस कोच उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग भी देंगे। इससे पहले भी विभाग ने खासकर पैरामिल्ट्रिी फोर्स, पुलिस और आर्मी भर्ती से पहले जिले के छात्रों के लिए फिजिकल ट्रेनिंग कैंप लगाया था, जिसका फायदा कई को मिला और उनका सलेक्शन फिजिकल टेस्ट में हो गया था।
पूरा भरोसा बेटियों पर
डीईओ ने कहा कि बेटियों के एनडीए में जाने की राह आसान होने के बाद जिले की बेटियों को भी आगे आने का मौका मिलेगा। चाहे सरकारी स्कूल हो या निजी स्कूल, हर जगह बेटियां आगे हैं। खासकर यूनिफार्म सर्विस को लेकर अब उनमें भी काफी जागरुकता आई है। साथ ही स्कूल में एनसीसी होने की वजह से उन्हें एनडीए की तैयारी करने में और भी मदद मिलेगी।