रायपुर : नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग का अमला मरीजों की जांच और संपर्क में आए इलाकों में एंटी मास्किटो लार्वा रसायनों का छिड़काव करने में लगा है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह काबू में नहीं आया है। इसी बीच डेंगू ने अपने पांव पसार लिए हैं। हालात ऐसे हैं कि शहर में ही रोग डेंगू के 15 से 20 मरीज मिल रहे हैं। पिछले दिनों डेंगू से तीन मरीजों की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कल जारी रिपोर्ट के मुताबिक रायपुर में कोरोना के 8 संक्रमित मिले। मंगलवार को नए मरीजों की संख्या केवल एक थी।रायपुर में अभी कोरोना के 44 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें से करीब 11 लोग ही अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं, बुधवार को डेंगू के 20 नए मरीज मिले हैं। इससे एक दिन पहले 22 लोगों में डेंगू पाया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने राजभवन और पुलिस लाइन में भी जांच शिविर लगाया था। अभी तक राजभवन परिसर के तीन लोगों में डेंगू मिल चुका है। पुलिस लाइन की एक युवती में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू के ज्यादातर नए मरीजों में छोटी उम्र के बच्चे हैं। बुधवार को मिले 20 नए मामलों में 4 बच्चे शामिल हैं। पिछले तीन दिन में शहर में 12 से अधिक बच्चे डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। गुढ़ियारी, पहाड़ी नगर, पुरानी बस्ती, कंकालीपारा जैसे इलाकों में बच्चों में डेंगू का संक्रमण मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जनवरी से अब तक रायपुर में ही डेंगू के 215 लोग मिल चुके हैं। डेंगू के सबसे अधिक 143 मामले अगस्त के इन 18 दिनों में ही आ गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को रामसागरपारा के 307 घरों में दस्तक देकर सोर्स डिटेक्शन की कार्रवाई की और कूलर, टायर और अन्य स्थानों में जमे पानी को खाली करवाया। आज टिकरापारा में एक शिविर लगाकर जांच की जा रही है।
बीमारी बढ़ी तो मोहल्लों में छिड़काव
शहर के मोहल्लों-बस्तियों में डेंगू के मरीज मिलने लगे तो प्रशासन को साफ-सफाई और छिड़काव की याद आई है। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग का अमला मरीजों की जांच और संपर्क में आए इलाकों में एंटी मास्किटो लार्वा रसायनों का छिड़काव करने में लगा है। कई इलाकों में यह सुविधा अभी भी नहीं पहुंच पाई है।
एक साल बाद कोरोना मरीजों की संख्या 1000 से कम
स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को 37 हजार 905 नमूनों की जांच हुई। इस दौरान 64 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। इस मान से कोरोना की संक्रमण दर 0.17 प्रतिशत रही। यह संख्या मंगलवार के मुकाबले अधिक है। मंगलवार को केवल 56 मरीज मिले थे। संतोष की बात यह है कि प्रदेश भर में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 974 रह गई है। इससे पहले 12 जुलाई 2020 को मरीजों की संख्या एक हजार की संख्या से नीचे थी। उस दिन प्रदेश में 909 सक्रिय मरीज थे। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 7 मई 2021 को तो सक्रिय मरीजों की संख्या 1 लाख 31 हजार से अधिक हो गई थी।
अभी बस्तर में ही सबसे अधिक मरीज
बुधवार को प्रदेश भर में सबसे अधिक 8 मरीज रायपुर में मिले हैं। यहां मरीजों की संख्या 44 हो गई है। बस्तर जिले में सबसे अधिक 111 मरीज हैं। यहां बुधवार को 5 मरीज मिले थे। जांजगीर-चांपा में 87, जशपुर में 78, कांकेर में 64 और कोरबा में 63 मरीजों का इलाज चल रहा है। सबसे कम 3 मरीज बेमेतरा जिले में हैं।

