देश दुनिया वॉच

हथिनी और बच्‍चे की मौत से नाराज हाथियों के झुंड ने रेलवे ट्रैक पर 4 घंटे किया तांडव, लौटानी पड़ी ट्रेन

Share this

नगर : उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में ट्रेन से एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें एक हथिनी (Elephant) और उसके बच्चे की मौत हो गई. दरअसल रेलवे पटरी क्रॉस करने हुए हाथियों के झुंड में से एक हथिनी और उसका बच्चा तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गया. इस वजह से हथिनी और उसके छह महीने के बच्चे की मौत हो गई. हादसा बुधवार को लालकुआं से रामनगर को जा रही आगरा फोर्ट ट्रेन (Agra Fort Train) से हुआ. यही नहीं, हादसे के बाद रेलवे ट्रैक चार घंटे तक बाधित रहा, क्योंकि इस दौरान हाथियों का झुंड पटरी के पास की जमा हो गया, जिन्हें काफी मशक्‍कत के बाद फॉरेस्ट की टीम (Forest Department) जंगल की ओर खदेड़ा. इसके अलावा घटना की वजह से ट्रेन को पांच किलोमीटर टांडा की तरफ बैक लाया गया, जिसके बाद यात्रियों को उतारा. वहीं, ट्रेन में सवार करीब 65 यात्रियों को रेलवे विभाग ने काशीपुर और रामनगर बस द्वारा भेजने का इंतजाम किया.

बच्चे को बचाने के चक्‍कर में हथिनी की मौत
ट्रेन की चपेट में सबसे पहले हाथी का बच्चा आया, जिसे बचाने के लिए उसकी मां आगे बढ़ी. इसी दौरान बच्चे के साथ हथिनी भी ट्रेन की चपेट में आ गई. फॉरेस्ट की टीम ने शुरुआती तौर पर घटना के लिए ट्रेन के लोको पायलट को जिम्मेदार माना है, जिसकी गलती की वजह से हाथियों की जान गई. फॉरेस्ट विभाग के एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया के मुताबिक, लोको पायलट के खिलाफ वाइल्डलाइफ एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

अक्सर होती रहती हैं इलाके में वन्यजीवों की मौत
लालकुआं से लेकर रामनगर के बीच ऐसा लंबा रेलवे ट्रैक है जो घने जंगल से होकर गुजरता है, जिसमें अनेकों वन्यजीवों का बसेरा है. लेकिन हाथियों का झुंड अक्सर इसकी चपेट में आ जाता है, क्योंकि रेलवे पटरियां एलीफेंट कॉरिडोर के बीच से गुजर रही हैं. लिहाजा हाथी अपने परंपरागत रास्तों से होकर यहां से गुजरते हैं. साल 2020 में भी पंतनगर के पास ऐसी ही घटना में एक हाथी की मौत हो गई थी. एसडीओ फॉरेस्ट ध्रुव सिंह मर्तोलिया के मुताबिक, फॉरेस्ट जोन में ट्रेन की स्पीड कम होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता. लोक पायलट वाइल्डलाइफ को नजरअंदाज करते हुए ट्रेनें चलाते हैं, जिससे अक्सर वन्यजीव मारे जाते हैं.

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *