जगदलपुर/दंतेवाड़ा : बस्तर संभाग सहित दंतेवाड़ा जिले में इस मानसून अच्छी बारिश नहीं होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। अब आस्था के भरोसे वो इंद्रदेव को मनाने के लिए जुट गए हैं। इसके लिए ग्रामीणों ने दंतेवाड़ा जिले के उदेला की पहाड़ी पर स्थित भीमसेन के पत्थर को हिलाया। इसके लिए करीब 100 गांव के पुजारी व सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे थे। ग्रामीणों का मानना है कि जब भी जिले में बारिश नहीं होती है तो वे पूरे विधिविधान से भीमसेन की पूजा-अर्चना करते हैं। यह परंपरा कई सालों से चलती आ रही है।
ढोल-नगाड़ा लेकर पहुंचे ग्रामीण, बलि भी दी
उदेला की पहाड़ी पर स्थित भीमसेन देव को मनाने के लिए दंतेवाड़ा जिले के बड़े गुडरा, मोखपाल, मोलसनार, गंजेनार, उदेला, बुरगुम, पोटाली, नहाड़ी सहित कुआकोंडा इलाके के ही 84 गांव के ग्रामीण ढोल-नगाड़ा लेकर पहुंचे। पहाड़ी में चढ़ने से पहले ग्रामीणों ने पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की। भीमसेन को मनाने के लिए कुआकोंडा इलाके की देवी गगनादेई व माता लच्छनदेई की भी पूजा-पाठ ग्रामीणों ने की। इस दौरान ग्रामीणों ने बलि देकर बारिश होने की मनोकामना की। ग्रामीणों ने कहा कि, हमने भीमसेन को मनाया है बारिश जरूर होगी।
50 सालों से चली आ रही परंपरा
गांव के मांझी लक्ष्मीनाथ ने बताया कि, जब भी जिले में बारिश नहीं होती है तो वे भीमसेन को मनाने के लिए पहुंचते हैं। उदेला की पहाड़ी हमारी आस्था का केंद्र है। यहां देव भीमसेन का लगभग 7 फीट का पत्थर है। इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। यह परम्परा पिछले 50 सालों से चली आ रही है। इन्होंने बताया कि जब भी वे भीमसेन के पत्थर को हिलाते है तो इलाके में अधिक बारिश होती है।
जिले में बारिश का हाल
बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में इस मानसून औसत से भी कम बारिश दर्ज की गई है। जिले में अब तक 714.0 MM बारिश हुई है , जबकि मौसम विभाग ने 907.6 MM बारिश होने की संभावना जताई थी। जिले में अब तक -21% कम बारिश हुई है। हालांकि 22 अगस्त तक दंतेवाड़ा में अच्छी बारिश होने की संभावना है।

