रायपुर : कोरोना संकट में उन लोगों के लिए बड़ा दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है जो मास्क लगाने से अभी भी परहेज कर रहे हैं। सामने आया है कि ऐसे लोगों से 3 करोड़ 44 लाख रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। बिना मास्क वालों पर जुर्माने की कार्रवाई अभी भी जारी है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने वाले लोगों पर सरकार ने जुर्माने का प्रावधान किया था। शुरुआत में यह 100 रुपए था। बाद में 200 रुपए हुआ और 26 मार्च 2021 को इसे बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया, 25 फरवरी से 10 मई तक 2 लाख 22 हजार लाेगों को बिना मास्क के पकड़ा गया है। ऐसे लोगों से 3 करोड़ 44 लाख रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। लॉकडाउन से पहले कुछ दिनों में सड़क पर अथवा सार्वजनिक परिवहन में मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ प्रशासन ने एक अभियान ही छेड़ दिया था। नगर निगम ने प्रमुख चौराहे पर कर्मचारी तैनात किए थे। इसको लेकर कुछ विवाद भी होते रहे।
महामारी बढ़ने लगी तो उठाया था कदम
मार्च महीने की शुरुआत में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेहद कम हो गई थी। अधिकांश कोविड अस्पतालों में वार्ड खाली हो चुके थे। ऐसे में सरकार निश्चिंत थी। मध्य मार्च के बाद महामारी विकराल होने लगी। आनन-फानन में सरकार ने रोकथाम के जरूरी कदम उठाने शुरू किए। सरकार ने मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना बढ़ाने का आदेश दिया। 26 मार्च को यह बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया।
रायपुर महापौर का भतीजा भी पकड़ा गया था
रायपुर महापौर और कांग्रेस नेता एजाज ढेबर का भतीजा भी बिना मास्क के पकड़ा गया था। शाेएब ढेबर ने पहले तो पुलिसकर्मियों पर रौब जमाने की कोशिश की। बात नहीं बनी तो 500 रुपए का जुर्माना अदा किया। उसने बाद में बिना मास्क के बाहर नहीं निकलने की बात कही। इसको लेकर कांग्रेस नेताओं पर नियम तोड़ने का आरोप भी लगा था।

