सन्नी खान/बालोद : जिले में हत्या की अनसुलझी गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। दरअसल 13 मई को महामाया मंदिर के पास एक महिला की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में पुलिस ने मंदिर के पुजारी और उसकी महिला सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुजारी के अवैध संबंध और पुरानी रंजिश को हत्या का कारण बताया जा रहा है। महिला की लाश मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई थी। चार दिन बाद यानी 16 मई को पुलिस को सुराग मिला कि इस हत्याकांड में मंदिर का पुजारी ताम्रध्वज (35 साल) और उसकी महिला सहयोगी दुर्गा बाई (45 साल) शामिल है। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार कर महिला को घायल कर दिया था। अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। महामाया मंदिर के थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी ने बताया कि आरोपी ताम्रध्वज का उमा मंडावी (35) के साथ अवैध संबंध था। दोनों के बीच किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी। 13 मई को महामाया गांव की निवासी उमा सुबह 8 बजे किसी काम से महामाया मंदिर के पास गई थी। इसी दौरान ताम्रध्वज ने अपनी सहयोगी दुर्गा के साथ मिलकर उमा पर कुल्हाड़ी से वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया और घटनास्थल से फरार हो गए। थोड़ी देर बाद मंदिर की ओर गए स्थानीय लोगों ने जमीन पर पड़ी उमा को लहूलुहान हालत में देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस घटनास्थल पहुंची और गंभीर रूप से घायल महिला को तत्काल शहीद अस्पताल दल्लीराजहरा ले गए थे। लेकिन प्राथमिक इलाज के बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
अवैध संबंध और पुरानी रंजिश के चलते महिला की हत्या, मुख्य आरोपी मंदिर का पुजारी और महिला सहयोगी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
