- प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपराध पर अंकुश लगाने में असक्षम महसूस कर रहे है छत्तीसगढ़ में आपराधिक गतिविधियां चरम पर
यामिनी चंद्राकर/ छुरा : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से अपराधियो को खुली छूट मिल गई है राज्य में आपराधिक गतिविधियां चरम पर है भूपेश बघेल कि सरकार राज्य में आपराधिक गतिविधियां पर अंकुश लगाने में लाचार और बेबस नजर आ रही है आज प्रदेश में हत्या,बलात्कार,लूट डकैती, व तस्करी आम बात हो गई है उक्त बातें आज गरियाबंद जिले के छुरा ब्लाक मुख्यालय में बठेना कांड को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुचे पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रामकुमार साहू ने पत्रकारों से कही श्री साहू ने आगे कहा कि भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ की जनता की सुरक्षा नही कर पा रही है इसका जीता जागता उदहारण देखने को मिल रहा है प्रदेश के मुखिया के गृह क्षेत्र पाटन विधानसभा के ग्राम बठेना में जहां बीते दिनों अज्ञात अपराधियो ने अनुसूचित जन जाति के एक ही परिवार के 5 लोगो को मौत के घाट उतार दिया और आज तक पीड़ित परिवार को न्याय नही मिला है जो भूपेश सरकार के लिए शर्म करने की बात है यह मामला खुद मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र का है अब अगर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र के आदमी सुरक्षित नही है तो प्रदेश बाकी जगहों के लोग कहा से सुरक्षित रहेंगे यह सवाल उठता है। इस घटना ने सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है इस राज्य में लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नही कर रहे है सब डरे हुए है कि न जाने मेरे परिवार में मेरे घर मे कब न जाने रेत माफिया आकर मेरे परिवार को धमका के चला जायेगा कब कोई शराब माफिया के आदमी आकर मेरे परिवार को धमका के चला जायेगा कब कोई बैंक वाले बिना किसी सूचना के रात को 10 बजे आकर कर्जा वसूली के लिए घर पर अकेली महिला को मानसिक रूप से टार्चर करेंगे ये सारी परिस्थिति प्रदेश में आज ब्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। और इस वातावरण में पूरा प्रदेश अपने आपको असुरक्षित और ठगा सा महसूस कर रहे है। छत्तीसगढ़ के गृह के निर्वाचन क्षेत्र दुर्ग के रेलवे स्टेशन में एक 12 साल की बच्ची के साथ लगातार 4 दिन तक बलात्कार होता है पीड़ित लड़की द्वारा दरिंदो का नाम भी बताया जाता है उसके बाद भी आज 17 दिन बीत जाने के बाद भी कोई एफ आई आर न होना कोई कार्यवाही न होना हमारी बेटियां हमारी माताएं आज अपने आप डरी हुई सहमी हुई महसूस कर रही है।हम जाए तो जाए कहा शराब बंदी की आंदोलन करते है माफियाओ के द्वारा लाठियों से पिटा जाता है बागबाहरा का घटना ज्वलन्त है रेत माफियाओं के द्वारा खुलेआम गाड़ी दौड़ाई जा रही है आबादी के बीच से अगर कोई आदमी विरोध करते है उनके घर रेत माफिया के गुंडे पहुच जाते है गरियाबंद जिले के सुरसाबाँधा की घटना है। पूरे प्रदेश के जहां जहां सीमावर्ती इलाका हो चाहे वो सरायपाली के आगे की जगह हो देवभोग के आगे की जगह हो चाहै राज्य की हर सीमावर्ती इलाको में भ्रष्टाचार करने वाले जिम्मेदार लोगों को बिठाया गया है और वहां से बेधड़क अवैध शराब का कारोबार नशीली पदार्थो का कारोबार गांजा का कारोबार फल फूल रहा है। जिसको लगाम लगाने में प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार नाकाम नजर आ रही है।