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गौवंश की मौत और घायल गायों  की सेवा के बाद गौसेवकों का जल सत्याग्रह, प्रशासन को चेतावनी – “उल्टे पैर सत्याग्रह” 

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गौवंश की मौत और घायल गायों  की सेवा के बाद गौसेवकों का जल सत्याग्रह, प्रशासन को चेतावनी – “उल्टे पैर सत्याग्रह” 

बिलासपुर।सिलपहरी के आगे कड़ार रोड पर 6 गायों की मौत और एक गाय के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के बाद जिले में फिर से गौसेवकों का आक्रोश फूट पड़ा है। गौसेवकों ने इसे प्रशासन की घोर लापरवाही बताते हुए शनिवार को जल सत्याग्रह किया। यह सत्याग्रह गौ सेवा धाम के कार्यकर्ताओं द्वारा घी कुंड मोपका तालाब में पानी में उतरकर किया गया।

बताया जा रहा है कि कड़ार रोड पर बीते वर्ष 18 जुलाई 2024 को भी 16 गौवंश की मौत हुई थी, जिसके बाद हाईकोर्ट की सख्ती के बाद प्रशासन हरकत में आया था और सप्ताहभर तक पुलिस, तहसीलदार और एसडीएम ने मिलकर कार्रवाई की थी। लेकिन इस वर्ष भी वही स्थिति फिर से सामने आने से गौसेवकों में रोष व्याप्त है।

पहले भी गौसेवकों ने  मस्तूरी से बिलासपुर तक दण्डवत यात्रा निकालते हुए प्रशासन को 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा था। प्रशासन की चुप्पी और लापरवाही को देखते हुए आज सुबह 10:30 बजे से जल सत्याग्रह शुरू किया गया।

मुख्य माँगें:

1. घायल गौमाताओं की सेवा के लिए बिलासपुर गौ सेवा धाम को स्थायी जमीन दी जाए।

2. गौ तस्करों पर कड़ी कार्रवाई हो और उनके बैंक खातों की जाँच की जाए।

3. किसानों को गोबर का उचित मूल्य मिले तथा प्रति गौवंश ₹1000 मासिक सेवा शुल्क दिया जाए।

4. जिले के वेटरनरी हॉस्पिटल को 24 घंटे चालू किया जाए और लापरवाह डॉक्टरों को तत्काल निलंबित किया जाए।

5. छत्तीसगढ़ में गौ माता को “राज्य माता” का दर्जा दिया जाए, जैसा महाराष्ट्र में लागू है।

सत्याग्रह के पश्चात गौसेवकों ने शाम को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। तहसीलदार ने कलेक्टर से चर्चा कर समस्या का निराकरण कराने का आश्वासन दिया। प्रशासन ने सोमवार तक निर्णय लेने की बात कही है। लेकिन गौसेवकों ने चेताया है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो अगला चरण “उल्टे पैर सत्याग्रह” होगा – जिसमें वे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के घर उल्टे पैर जाकर निवेदन करेंगे कि “हम उल्टे पैर आपके घर आ गए, आप सीधे पैर गौ सेवा धाम आ जाइए।”

गौ सेवा धाम के प्रमुख कार्यकर्ताओं में विपुल शर्मा, ओमेश बिसेन, गोपालकृष्ण रामानुज दास, बाबा शर्मा, मंजीत सिंह, आचार्य सचिन, शिवांश पांडेय, अंकित तिवारी, निहाल राके, आकांक्षा कौशिक, सिद्धार्थ शर्मा, शत्रुघ्न यादव, शुभम शुक्ला, शुभम साहू, जितेंद्र लकड़ा, शांतनु पांडेय, आशीष त्रिपाठी, मुकेश कश्यप, बाबा सोमवार, आशीष यादव, राज यादव, मनीष कौशिक, युवराज साहू, वेष्णव जी, दिव्यांश रजक, अभिषेक गुप्ता, विकास यादव, मोहन श्रीवास, रवि ताम्रकार, विशु साहू, पुष्पदंत शर्मा, विनय शर्मा आदि शामिल रहे।

इस बीच सिल्पहरी क्षेत्र का वीडियो सामने आया है जिसमें 19 गायों का झुंड देखा जा सकता है। इसमें से 6 की मौत हो चुकी है और एक गाय गंभीर रूप से घायल है। गौसेवकों का कहना है कि यदि प्रशासन की लापरवाही जारी रही तो वे हर 15 दिन में चरणबद्ध आंदोलन जारी रखेंगे।

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