कोण्डागांव: लुभा सेक्टर की पर्यवेक्षक कुसुम वर्मा बनीं चैम्पियन ऑफ चेंज, आंगनबाड़ियों में पेंटिंग के माध्यम से बढ़ा रही बच्चों का ज्ञान …
राजीव गुप्ता, ब्यूरो चीफ ।
दैनिक छत्तीसगढ़ वॉच, कोण्डागांव। जिले की 1210 आंगनबाड़ियों को स्वच्छ एवं सुसज्जित आंगनबाडी केन्द्र बनाने तथा स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से 15 जनवरी से 21 जनवरी 2024 तक जिला प्रशासन द्वारा भारत कॉलेबोरेटिव टीम के सहयोग से स्वच्छ आंगनबाडी अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में समुदाय आधारित गतिविधियों और भागीदारी योजना पर जोर दिया गया। भारत कॉलेबोरेटिव टीम (पीरामल फाउंडेशन) द्वारा इस अभियान को तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है जिनमें गांधी फेलो भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
इस योजनांतर्गत उत्कृष्ट कार्य कर आंगनबाड़ी केन्द्रों को स्वच्छ एवं सुसज्जित कर आंगनबाड़ियों को आदर्श स्वरूप प्रदान करने के लिए चैम्पियन ऑफ चेंज कोण्डागांव जिले के माकड़ी विकासखण्ड के लुभा सेक्टर की पर्यवेक्षक कुसुम वर्मा को बनाया गया। इस संबंध में हर्ष जताते हुए कुसुम ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पेंटिंग करना अच्छा लगता था। जब मैं पहले स्कूल में पढ़ती थी तब की पेंटिग आज भी मेरे घर में मैंने फ्रेम करके रखी हुई है, तब मैं 9वी कक्षा में पढ़ती थी 1990 की बनाई पेंटिग आज भी है। अभी कई सालों से वक्त न मिलने से पेंटिंग नहीं कर पाई थी।
मैने जब अपने सेक्टर में आंगनबाड़ियों को देखा तो मुझे ख्याल आया की बच्चों को भी अपने बचपन में ऐसे की रोचक चीजों से जोड़ा जाये ताकि उनकी बचपन की यादें रंगीन एवं अच्छी हो। मैने इस अभियान के तहत अपने सेक्टर की सभी 13 आंगनबाड़ियों में पेंटिग का कार्य प्रारंभ कराया और इनमें तितली, खरगोश-कछुआ की कहानी, रंगो की पहचान, इंद्रधनुष, जोड़ी बनाओ, फलों, सामग्री, आकृति, नदी, तोता, बादल, वर्षा इत्यादि बनवाये ताकि बच्चों को इससे ज्ञान मिले एवं उनका मन आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगा रहे, जिससे वे स्वयं आंगनबाड़ी आना चाहे। स्वच्छ आंगनबाड़ी अभियान ने मुझे एक नया मोड़ दिया जिसमे मैं अपनी पसंद की पेंटिग को आंगनबाड़ी में करू और अच्छे से बच्चों को इससे सिखाऊं।
पहले मुझे हंडीगाव का भी प्रभार प्राप्त था, जब से मैने वहा का प्रभार छोड़ा सभी कार्यकर्ता मुझे कहती है कि आपकी पेंटिग देखते ही हमें आपकी याद आ जाया करती है। मैने अब तक लुभा, सराईबेडा, सोड़शिवनी, हांडिगांव ऐसे बहुत पंचायतों में आनेवाली आंगनबाड़ी केन्द्रों को पेंटिग कर उन्हें सजाया है। अभी मैं हर माह एक आंगनबाड़ी केन्द्रों को पेंटिग करना चाहती हूं। जिसके लिए रंग भी उपलब्ध है और मुझे नई नई चीज सीखना अच्छा लगता है इसलिए मैने बहुत अच्छे ब्रश भी बनाए है और कुछ खरीदे भी है कबाड़ से जुगाड भीं करती हूं। आज मैं 50 साल की हूं, स्वच्छ आंगनबाड़ी अभियान ने मुझे नई दिशा दी है मैं अपनी कला से अन्य आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी स्वच्छ आंगनवाड़ी अभियान के माध्यम से सजाना चाहती हूं। मुझे यह अवसर प्रदान करने के लिए मैं जिला प्रशासन की आभारी हूँ कि मुझे यह अवसर प्रदान किया गया है।