प्रांतीय वॉच

शांतिदूत प्रेम रावत के उपदेश सुनने उमड़ा जनसैलाब

Share this

समारोह में माटी मोर संगी नवयुवक मंडल सोसायटी की टीम ने दी मनमोहक प्रस्तुति

जांजगीर/ रायगढ़। बीते दिनों जांजगीर-चाम्पा जिले के कनस्दा में नव वर्ष के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय जीवन उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे शांति संदेश वीडियो कार्यक्रम तथा सांस्कृतिक संगीत के समारोह को देखने लगभग 300 से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी।

उक्त कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की सुप्रशिद्ध एवं जानी मानी टीम “माटी मोर संगी नवयुवक मंडल सोसायटी” की पूरी टीम ने मनमोहक प्रस्तुति दी। इस संगीत कार्यक्रम की यह विशेषता रही की दूर-दूर से पधारे कलाकारों ने एक से बढ़कर एक उम्दा प्रस्तुति देकर उपस्थितजनों का मन मोह लिया एवं मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में पधारे अतिथि अनुज पटेल, चन्द्रराम कश्यप, उलास खरे, महादेव सोनी, डी. के मिश्रा के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।

उक्त कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय शांतिदूत प्रेम रावत के शांति के उपदेशों को प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित जनों को अवगत कराया गया। अंतरराष्ट्रीय शांति वक्ता श्री रावत ने प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित जनों को सन्देश दिया की जो आज मनुष्य मिट्टी से बना हुआ है परंतु सोच यह रहा है कि मैं कुछ और हूं परंतु जब यह मिट्टी मिट्टी की ओर पुनः बनने के लिए जाने लगती है तब याद आता है कि मैं तो मिट्टी हूं और मैं इस संसार में जिस उद्देश्य से आया था वह नहीं कर सकता श्री प्रेम रावत ने एक उदाहरण देकर समस्त मानव जाति को अवगत कराया क मनुष्य अपनी आयु को देख कर यह समझता है कि मैं बहुत दिन तक जी लूंगा जब 25550 दिन अधिकतम जी कर भी 70 वर्ष की आयु होती है यह उदाहरण अनेक मनुष्यों को जब दिया तब पता लगा जीवन तो बहुत छोटा है इसलिए हमको एक-एक दिन की कीमत समझ कर एक-एक दिन को सार्थक जीवन जीना चाहिए एक भी दिन व्यर्थ नहीं जाना चाहिए और यह तभी हो सकता है जब मनुष्य को ज्ञान मिले।
उपस्थितजनों के बीच में प्रेम रावत ने जब प्रोजेक्टर के द्वारा यह संदेश पूर्ण हुआ तो समारोह में पधारे लोग बड़े खुश हुए बड़े प्रसन्न हुए और हमेशा इस प्रोजेक्टर के माध्यम से कार्यक्रम सुनने की इच्छा व्यक्त की।

उक्त कार्यक्रम माटी मोर संगी नवयुवक मंडल सोसायटी रायगढ़ के अध्यक्ष विनय द्विवेदी के नेतृत्व में एवं शशि भट्ट के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।जिसमें प्रमुख रूप से हेतराम, डॉक्टर द्रोण, संजय जयसवाल, हुलेश, पितांबर बनज, कुस कुमार, चंदन, आशीष वर्मा एवं अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *