खरोरा:-राष्ट्रीय साधना सेवा योजना इकाई स्व. रामप्रसाद देवांगन शासकीय महाविद्यालय, खरोरा द्वारा जल संरक्षण एवं प्रबंधन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी, स्वामी विवेकानंद के तैलचित्र पर पुष्पार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर पी देवांगन पूर्व महाप्रबंधक टाउन सर्विसेज डिपार्टमेंट भिलाई स्टील प्लांट, विशिष्ट अतिथि रोहित कुमार वर्मा पत्रकार, कार्यक्रम के अध्यक्ष संस्था के वरिष्ठ अध्यापक आरके साहू, सी एस ओझा, हिमांशु ध्रुव, अंशु ध्रुव, भगवती साहू, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बाल्मीकि साहू की गरिमामयी उपस्थिति में छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आज के विकासवादी युग में बढ़ती आबादी, कृषि, उद्योग एवं अन्य विकास कार्यों के लिए जरूरत का पानी उपलब्ध कराना एक गंभीर चुनौती है। जिससे भारत ही नहीं विश्व के सभी देश जूझ रहे हैं। तृतीय विश्व युद्ध की आशंका जल के कारण ही व्यक्त की जा रही है। हम जल के उपयोग को कम नहीं कर सकते और न ही पानी को व्यापक पैमाने पर बनाया जा सकता है। अतएव अपनी जरूरत का पानी हमें संरक्षित करने की आवश्यकता है। ‘वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम’ इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने मॉडल के माध्यम से वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। और छात्र-छात्राओं के प्रश्नों, जिज्ञासाओं का समाधान किया। वरिष्ठ प्राध्यापक आर के साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज भारत-पाकिस्तान, छत्तीसगढ़-ओडिशा के मध्य जल के बटवारे को लेकर विवाद है। जल संरक्षण एवं प्रबंधन करके ही इस विवाद का हल निकाला जा सकता है। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल ही जीवन है। अतएव जल का संरक्षण, जीवन का संरक्षण है। इसके दुरूपयोग को रोकने एवं वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम प्रत्येक घर में लगाने हेतु लोगों को जागरूक करने आह्वान किया। उक्त कार्यक्रम में अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।
शासकीय महाविद्यालय, खरोरा द्वारा जल संरक्षण एवं प्रबंधन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया
