रायपुर । जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एम.एस.पी. पर धान खरीदी शुरू नही होने के कारण किसानों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है. हरहूना धान काट चुके किसान अब कृषि उपज मंडियों में अपनी उपज औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हो रहें है। उन्होंने नवापारा मंडी में एक किसान से ₹666 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि छग सरकार किसानों की चिंता से बेखबर है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में धान की सरकारी खरीदी शुरू हो गई है लेकिन छत्तीसगढ़ में अभी तक ना उपार्जन केंद्र तय हुए हैं, ना ही धान खरीदी की तिथि तय हुई है और ना ही खरीदी का नियम तय हुआ है। पंजीयन का काम भी अभी तक अधूरा है.सरकार ने अभी तक धान खरीदी के लिए खाली बारदाने की व्यवस्था भी नहीं की है, जबकि हरहूना धान की कटाई चरम पर है। श्री बजाज ने कहा कि किसानों को तत्काल अन्य खर्चों के लिए पैसे की आवश्यकता है तथा उनके पास अपनी उपज को रखने की भी समस्या है इस स्थिति में किसान बाजार में औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हो रहे हैं श्री बजाज ने मांग की है कि अन्य राज्यों की भांति छत्तीसगढ़ में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्काल धान की खरीदी शुरू हो तथा सरकार अपने वादे के अनुरूप किसानों का एक एक दाना धान खरीदी की घोषणा करे।
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