श्रद्धा और परंपरा के संग सिरगिट्टी में गौरा-गौरी पूजा,भव्य शोभायात्रा निकली

सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर ।एकादशी की रात को गौरा-गौरी बैठाने की परंपरा छत्तीसगढ़ में सदियों से चली आ रही है। दीपावली और एकादशी के अवसर पर गौरा-गौरी एवं भगवान शिव की विधिवत स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाती है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कल नगरर के सिरगिट्टी वार्ड नंबर 12 क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह और भक्ति के साथ गौरा-गौरी पूजा का आयोजन किया।कार्यक्रम की शुरुआत माटी से गौरा-गौरी प्रतिमाओं के निर्माण और स्थापना से हुई। इसके बाद मंत्रोच्चारण और वैदिक विधि के साथ पूजा-अनुष्ठान संपन्न किए गए। महिलाओं ने पारंपरिक गीतों के साथ पूजा में हिस्सा लिया। क्षेत्रवासियों ने धूप-दीप, पुष्प, नवैध और पारंपरिक सामग्रियों से आराधना कर सुख-समृद्धि एवं परिवार के कल्याण की कामना की पूजन के बाद प्रतिमाओं के विसर्जन के पूर्व भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा में ढोल-नगाड़ों, पारंपरिक वाद्य-यंत्रों और जयकारों के बीच पूरी धार्मिक आस्था के साथ उत्साह देखा गया। कार्यक्रम में बिल्हा के पूर्व विधायक सियाराम कौशिक ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मी नाथ साहू समाजसेवी संजीव पाल वार्ड नंबर 12 के पार्षद प्रत्याशी नागेश कुमार ध्रुव पूर्व पार्षद रामायण रजक एम अप्पा राव वेद रात्रे वेणुगोपाल आदि की उपस्थिति रही। जनप्रतिनिधियों ने पूजा में हिस्सा लेकर आशीर्वाद प्राप्त किया और क्षेत्र की उन्नति की कामना की।स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से इस क्षेत्र में लगातार इसी तरह से गौरा-गौरी पूजन एवं शोभायात्रा का आयोजन होता आ रहा है, जो सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रमुख अवसर बन चुका है।

