छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर भोजपुरी परिषद् द्वारा मनाया गया ।

भिलाई के जगदम्बा होटल में दिनांक 01 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद् द्वारा छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के 25वें वर्ष के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी लोगों ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लोगों ने छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई दी और राज्य की प्रगति की कामना की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के इतिहास, संस्कृति और विकास पर चर्चा की गई।
*छत्तीसगढ़ के प्रमुख तथ्य:*
– *धान का कटोरा:* छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, जो इसकी कृषि संपदा को दर्शाता है।
– *बस्तर:* आदिवासी संस्कृति और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध।
– *सिरपुर:* प्राचीन बौद्ध और जैन स्थलों के लिए जाना जाता है।
– *चित्रकूट जलप्रपात:* प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय अपने हस्तशिल्प और कला के लिए प्रसिद्ध हैं।गुरु घासीदास बाबा एक महान संत और समाज सुधारक थे जिन्होंने छत्तीसगढ़ के सामाजिक और धार्मिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव डाला। उन्होंने “मनखे-मनखे एक समान” का संदेश दिया और जाति प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। गुरु घासीदास जी ने शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से समाज को सुधारने का प्रयास किया । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहे श्री प्रभुनाथ बैठा प्रांतीय अध्यक्ष,वीरेंद्र यादव उपाध्यक्ष , राजीव मिश्रा जी मुख्य संरक्षक , बी पी सिंह यादव महासचिव, मृत्युंजय भगत सचिव , राजीव रंजन शर्मा कोषाध्यक्ष, निरंजन हजारे l, टी एन पांडे जी संरक्षक, वी एन चौबे , ऐश दुबे , मुकेश कुमार राम , दिवाकर प्रजापति, सतेंद्र रजक कार्यकम का संचालन मनोज चौधरी जी द्वारा किया गया

