सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली का कहर जारी है। कुछ दिन पहले ही राजधानी रायपुर में एक स्कूली छात्र की मैदान में खेलते वक्त बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई थी। ऐसी ही एक घटना सूरजपुर जिले में हुई, जहां वज्रपात में स्कूली बच्चे की जान चली गयी। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब स्कूली बच्चा छुट्टी के बाद अपने घर लौट रहा था।
सूरजपुर जिले के चांदनी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम विशालपुर निवासी छात्र 15 वर्षीय रंजीत सिंह पिता जगनाथ शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे अपने 2 साथियों सुनील कुमार पिता हरिशरण बैस और अनूप कुमार पिता रामदेव बैस के साथ स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट (Sky lightning) रहा था। तीनों छात्र ठाड़पाथर-रेडीपहाड़ी मार्ग से गुजर रहे थे कि अचानक तेज बारिश शुरू हो गई।
बारिश से बचने के लिए वे सडक़ किनारे एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। तभी उसी पेड़ पर आकाशीय बिजली गिर गई और तीनों उसकी चपेट में आ गए। घटना में रंजीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुनील और अनूप गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर छात्रों को बाहर निकाला। एक छात्र की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। बाकी दो को गंभीर हालत में तत्काल बिहारपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने बताया कि दोनों छात्रों की स्थिति नाजुक है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफ़र किया जा सकता है।
आकाशीय बिजली की घटनाओं से बचने की है जरूरत
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली के गिरने की घटनाएं काफी ज्यादा हो रही हैं और सरकार समय–समय पर इससे बचाव के उपाय भी बताती है। वहीं मौसम विभाग भी समय से पहले छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में खुले मैदान या पेड़ के नीचे खड़े होना खतरनाक हो सकता है।
सूरजपुर जिले में हुए इस हादसे ने एक बार फिर लोगों का ध्यान इस ओर खींचते हुए सचेत किया है कि मानसून के मौसम में सुरक्षा के नियमों का पालन जरूरी है। प्रशासन ने अपील की है कि तेज गर्जना और बिजली चमकने पर लोग खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे खड़े न हों और सुरक्षित जगह पर शरण लें।