कैबिनेट का विस्तार के साथ ही साथ कुछ मंत्रियों के विभाग भी
बदल दिए गए हैं। चर्चा है कि फेरबदल से एक मंत्री काफी खफा हैं।
वैसे तो मंत्रीजी को सरल और अनुशासित माना जाता है। मगर जैसे ही विभागों की सूची जारी हुई, तो मंत्रीजी का पारा चढ़ गया। बाद में वो एक बैठक लेने पहुंचे, तो माइक कुछ क्षण के लिए बंद हो गया था। फिर क्या था मंत्रीजी ने इंचार्ज इंजीनियर को इतना कुछ कहा, वहां मौजूद अफसरों ने कान बंद कर लिए। मंत्रीजी अभी भी मुंह फुलाए हुए हैं।
शिक्षा समूह का अधिग्रहण
बालाजी अस्पताल के डायरेक्टर डॉ देवेन्द्र नायक मेडिकल सेवाओं का तेजी से विस्तार कर रहे हैं। मेडिकल कालेज, नर्सिंग कालेज, मीडिया में निवेश करने के बाद अब एक और मेडिकल कालेज को अपने आधिपत्य में ले लिया है। दिशा कालेज का कर्ज का विवाद लंबे समय से बैंक के साथ चल रहा था जिसे डॉ देवेन्द्र नायक हल करने में सफल रहे । चर्चा है कि करीब डेढ़ सौ करोड़ में दिशा ग्रुप के सभी शिक्षण संस्थाओं का अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी कर ली।

आंदोलन की राह पर किसान
नई राजधानी के किसानों के पक्ष में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर अमल नहीं हो पा रही है। नाराज किसान वित्त व आवास पर्यावरण मंत्री ओ.पी.चौधरी से मिले थे लेकिन हल निकलने की संभावना नहीं होने के कारण आंदोलन की रूप रेखा तय की जा रही है। इधर, नवा रायपुर में जमीनों को धड़ाधड़ बड़े उद्योगपति, कंपनी व बिल्डरों को आबंटित करने की प्रक्रिया चल रही है।
—
तीन बच्चों पर बेबाक राय
मोहन भागवत के
बयान पर प्रतिक्रिया
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हिन्दुओं के तीन बच्चे होने चाहिए। मोहन भागवत के बयान के पक्ष और विपक्ष में अभियान चल रहा है।इन सबके बीच छत्तीसगढ़ के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आरके विज ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म में पर लिखा है कि आप लेट हो गए हो, यह अब संभव नहीं है। विज लिखने पढऩे वाले अच्छे अफसर माने जाते हैं ।तमाम विषयों पर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। उनकी प्रतिक्रिया को पुलिस सहित अन्य विभाग में चटकारे लेकर पढ़ा जा रहा है।
—
14 मंत्री पर असंतुष्ट गोलबंद..
विष्णुदेव साय सरकार में 14 मंत्री बनाए जाने के बाद सत्तारूढ़
दल सहित विपक्षी दलों में अलग-अलग चर्चाएं चल रही है। सत्तारुढ़ दल के कई दिग्गज नेता भी 14 मंत्री बनाए जाने पर नाराज है। कोर्ट में याचिका दायर की गई है । कुछ और याचिकाएं लगाई जा रही हैं। आगामी दिनों सरकार से नाराज कुछ लोगों का उपयोग करने की भी चर्चा है।
—
बिहार चुनाव की रणनीति ..
राहुल गांधी बिहार में वोट चोर का अभियान चला रहे हैं। इस अभियान को मीडिया में काफी तव्वजों मिल रही है। पद नहीं मिलने से नाराज कई पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री राजनीति से उपर उठकर इस अभियान को सही मानकर समर्थन कर रहे हैं। दूसरी तरफ, पीएम नरेंद्र मोदी की मां को गाली-गलौज करने की घटना के बाद देशभर में भाजपा कैंपेन चला रही है। बिहार में इस घटना को तत्काल लपककर मुद्दा बनाने में नितिन नबीन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पूरे घटनाक्रम पर नीतिन नवीन के हाथों में कमान पार्टी ने सौेंप दी थी। छत्तीसगढ़ में भी इसका असर देखा गया।। मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम नेताओं ने तत्काल इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निंदा की। विधानसभा चुनाव के दौरान रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नितिन नबीन ने बिहार में इस मामले को जोरदार तरीके से उठाकर अपने राजनीतिक कौशल से पार्टी और दूसरे लोगों को भी एहसास करा लिया।अब यह पूरे देश का प्रमुख मुद्दा बन गया है।

