भिलाई में वैदिक ऊर्जा से व्यापारिक सफलता की राह दिखाई गई – एमडी कंवर
‘‘व्यापार में सफलता के लिए वैदिक ऊर्जा का मार्ग’’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित
दुर्ग।भिलाई के सिविक सेंटर स्थित कला मंदिर में शुक्रवार को ‘‘व्यापार में सफलता के लिए वैदिक ऊर्जा का मार्ग’’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा किया गया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) के प्रबंध निदेशक श्री भीमसिंह कंवर ने व्यापारिक सफलता के लिए ऊर्जा के सकारात्मक उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड में सर्वत्र ऊर्जा व्याप्त है। हम जो सोचते हैं, बोलते हैं और करते हैं, वह सब ऊर्जा का ही रूप है। यदि हम अपनी सारी सकारात्मक ऊर्जा को लक्ष्य की दिशा में केंद्रित करें, तो सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है।
श्री कंवर ने कहा कि वैदिक ऋषि कणाद ने हजारों वर्ष पहले ही ब्रह्मांड को अणु-परमाणु और ऊर्जा का स्वरूप बताया था। उन्होंने कहा कि ऊर्जा न तो उत्पन्न होती है, न ही नष्ट होती है, बल्कि इसका केवल रूपांतरण होता है। जैसे सूर्य की ऊर्जा से हम बिजली उत्पन्न कर अपने घरों को रोशन करते हैं, वैसे ही यदि हम अपने विचारों और कर्मों की ऊर्जा को तप और साधना से सकारात्मक दिशा में मोड़ें, तो जीवन में कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बिजनेस और एनर्जी गुरु श्री जयंत पांडेय ने वैदिक ज्ञान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, ध्यान और वैदिक परंपराएं व्यापार में आने वाली चुनौतियों को दूर करने और अवसरों को पहचानने में कैसे सहायक हो सकती हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि आंतरिक शांति, सकारात्मक दृष्टिकोण और ब्रह्मांडीय ऊर्जा से तालमेल बैठाकर हम न केवल सही निर्णय ले सकते हैं, बल्कि व्यावसायिक सफलता की दिशा में भी मजबूती से आगे बढ़ सकते हैं।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में दुर्ग-भिलाई के वरिष्ठ शिक्षाविद श्री आई.पी. मिश्रा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सीएसपीडीसीएल दुर्ग क्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री संजय खंडेलवाल, दुर्ग-भिलाई के उद्योगपति, व्यापारी एवं प्रबुद्धजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।