मुंबई। NCP (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। पाटिल का इस्तीफा ऐसे वक्त में हुआ है जब मुंबई महानगरपालिका (BMC) के साथ ही पूरे महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय के चुनाव बहुत जल्द होने हैं। जयंत पाटिल 7 साल तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहे।
पाटिल ने कहा था कि उन्होंने खुद ही पार्टी नेतृत्व से उन्हें पद से मुक्त करने का और नए नेतृत्व के लिए रास्ता तैयार करने का अनुरोध किया था। माना जा रहा है कि पार्टी शशिकांत शिंदे को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने जा रही है और मंगलवार को इस संबंध में NCP (शरद पवार) की कार्यकारिणी की बैठक में अंतिम फैसला हो सकता है।
BMC के चुनाव में है कड़ा मुकाबला
BMC के चुनाव में बीजेपी, शिंदे सेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP का सीधा मुकाबला कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और NCP (शरद पवार) से है। BMC का चुनाव बेहद प्रतिष्ठा वाला होता है और इसमें जोरदार मुकाबला देखने को मिलेगा। लेकिन इसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को लेकर साफ नहीं हो पा रहा है कि वे किसके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
चाचा भतीजा के साथ आने की लगी थी अटकलें
जून, 2023 में एनसीपी में बड़ी टूट हुई थी। तब शरद पवार के भतीजे अजित पवार 40 विधायकों के साथ पार्टी से अलग हो गए थे। पिछले महीने इस तरह की चर्चा महाराष्ट्र की राजनीति में जोरों पर थी कि शरद पवार और अजित पवार फिर से एक मंच पर आ सकते हैं।
इस तरह की अटकलों को तब बल मिला था जब पिछले कुछ महीनों में शरद पवार और अजित पवार की तीन-चार बार मुलाकात हुई थी। बता दें कि, महाराष्ट्र में पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के एक मंच पर आने के बाद राजनीति में नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं।