दुर्ग : दुर्ग जिले में लगातार चार दिनों से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिले के नदी-नाले उफान पर हैं और शिवनाथ नदी में जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। इसी कारण शिवनाथ नदी के किनारे बसा ग्राम थनौदा पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। गांव में पानी इस कदर भर गया है कि ईंट भट्ठों से लेकर खेत और घर सब डूब चुके हैं।लेकिन एक बेजुबान जानवर अभी भी मदद का इंतजार कर रहा है।
दरअसल दुर्ग ज़िले में चार दिनों से भारी बारिश हो रही है, नदी नाले तूफान पर है,स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आज सुबह एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर 32 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। ये सभी भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत काम कर रहे मज़दूर थे, जो अचानक आई बाढ़ में ईंट भट्ठों में फंस गए थे। घंटों मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन एक बेजुबान जानवर अभी भी मदद का इंतजार कर रहा है।गांव के लोगों ने बताया कि ईंट भट्ठे में एक स्ट्रीट डॉग पिछले तीन दिनों से पानी में फंसा हुआ है। चारों ओर लगभग 15 फीट गहरा पानी है और वहां तक पहुंचने का कोई साधन नहीं है।
भूखा-प्यासा यह कुत्ता जोर-जोर से चिल्लाकर अपनी मौजूदगी का एहसास दिला रहा है, लेकिन अब तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उसकी सुध लेने नहीं पहुंचा है।वहीं ग्रामीण राजेश्वर यादव ने भावुक होकर प्रशासन से अपील की है कि जैसे इंसानों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया, वैसे ही इस मासूम जानवर को भी जल्द से जल्द बचाया जाए। उसकी चीखें अब दिल को चीर रही हैं और अगर जल्दी मदद नहीं पहुंची तो उसकी जान को खतरा हो सकता है।प्रशासन से निवेदन है कि जानवरों की भी जान की कीमत समझें और राहत कार्य में उन्हें भी शामिल करें।