नवरात्रि के समय वन विभाग के अधिकारी को अन्यत्र अटैच करना कछुए के मामले को दबाने की साजिश,,,
रतनपुर से वासित अली की रिपोर्ट
विष्णु के अवतार कछुआ के मौत के जिम्मेदारों को बख्शा नही जाएगा,,,,, नगर पालिका अध्यक्ष लव कुश कश्यप
रतनपुर ——–धार्मिक व पौराणिक नगरी रतनपुर में कछुआ कांड होने के बाद वन विभाग ने मोर्चा सम्भालते हुए कछुआ के मौत के जिम्मेदार लोगों की तलाश कर रही थी महामाया मन्दिर के सीसीटीवी फुटेज में चेहरे सामने आने के उपरांत कछुआ कांड से संदिग्ध लोगों को कारवाई करते हुए सभी को संमन जारी कर जवाब तलब किया जा था वन विभाग ने कछुआ कांड से जुड़े 6 -7 लोगों से पूछताछ कर रही है।पूछताछ व बयान हेतु अगली तारीख 4 अप्रेल को तय की गई थी इसी उपरांत अचानक जांच अधिकारी को वन विभाग के उच्च अधिकारी ने कही अन्यंत्र अटैच कर दिया है जिससे रतनपुर में सरगर्मी तेज हो गयी है अचानक हुए इस कदर फैसले से साफ झलक रहा है कि वन विभाग के अधिकारी लीपा पोती करने में लग गए है, नवरात्रि के समय रतनपुर के किसी भी अधिकारी को कहीं भी पदस्थ नहीं किया जाता लेकिन नवरात्रि के बीचो-बीच वन विभाग के अधिकारी को अन्यत्र जगह अटैच करना कछुए के मामले को दबाने का, व लिपापोती करने की साजिश के तहत देखी जा रही है
नाम नहीं छापने के शर्त पर रतनपुर के स्थानीय लोगों ने बताया कि कछुए पकड़ने का यह खेल विगत कई सालों से चल रहा है
जांच अधिकारी के अचानक अटैच करने के मामले पर नगरपालिका अध्यक्ष लवकुश कध्यप ने कहा कि
हिंदू धर्म में, कछुआ भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता है. मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु ने कछुए का अवतार लिया था. इस कछुए का नाम कूर्म था. सनातन धर्म के मानने वालों के लिए यह आस्था से जुड़ा हुआ है
भगवान विष्णु के अवतार कछुआ के मौत के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नही जाएगा अभी नवरात्र पर्व चल रहा है हम सभी देवी के उपासना में लगे है और ठीक नवरात्रि के एक रोज पहले 23 कछुए की मौत निश्चित रूप से रतनपुर को बदनाम करने वाली घटना है इसके दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए,,,,,,,,लव कुश कश्यप