महासमुंद । छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे,बृजबिहारी साहू,अशोक कश्यप,छन्नू साहू, नंदकुमार साहू,दशरथ सिन्हा, हेमसागर पटेल,डेविड चंद्राकर, लीलाधर पटेल,उदय चंद्राकर, परसराम ध्रुव,अवध साहू,करन साहू, शत्रुघ्न बैरागी,नाथूराम सिन्हा,धर्मेंद्र यादव,टिकेलाल जलक्षत्रि,संतोष यादव,छबि पटेल कुंजराम चेलक, जयसिंग पटेल,शिव कुमार टंडन, चूड़ामणी पटेल,गणपति पटेल, लीलाधर डडसेना,गोपाल साहू,जनकु साहू,धनेश्वर निषाद,प्यारेलाल धीवर, नरेश धीवर,बोधन यादव,पुनीत साहू,बेनिराम पटेल,रामभजन नायक,अलख साहू,अगरसिंह दीवान,रामचंद्र सेन,गेंदराम जांगड़े, अरविंद दीवान ने कहा है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम अवैध करणी कृपा उद्योग के विरुद्ध किसान ट्रैक्टर रैली को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने आर्थिक लाभ लेकरशासकीय भूमि,काबिल काश्त भूमि, आदिवासी भूमि, नेशनल हाईवे की भूमि,सिंचाई विभाग की भूमि,किसानों की भूमि,छसपा किसान मोर्चा भूमि को बलात कब्जा से मुक्त करने, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन नहीं करने पर थी। पुलिस अधीक्षक, जिलाधीश महासमुंद ने संविधान को गिरवी रखते हुए पुलिस को बनाया असामाजिक तत्व।20 दिन से खैरझिटी (तुमगांव) के किसान पुनऊ सिन्हा का ट्रैक्टर बलात कब्जा कर पुलिसिया दादागिरी की गई। किसानों ने जमकर संघर्ष किया कानून संविधान ने दिलाया न्याय।3 वर्ष से अधिक समय से चला आ रहा किसान सत्याग्रह को तोड़ने के लिए विष्णु देव सरकार पुलिस हिंसा का ले रही है सहारा। सत्याग्रही किसान अहिंसा के रास्ते पे चलेंगे।आंदोलन प्रदेश सहित महासमुंद के सभी ब्लाक, बड़े कस्बों में एक साथ किया जाएगा।21 मार्च को छत्तीसगढ़ी भवन हांडीपारा में होगा प्रमुख किसान पदाधिकारीयों की बैठक में बनेगा आंदोलन की रूपरेखा।22 मार्च को राम जानकी मंदिर खैरझिटी में बैठक राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के अध्यक्ष अनिल दुबे होंगे मुख्य अतिथि। न्यायालय के आदेश की प्रति के साथ राज्य आंदोलनकारी जिला संगठन प्रभारी सत्याग्रह आंदोलन प्रभारी अशोक कश्यप के साथ किसान पूनऊ राम सिन्हा,नाथूराम सिन्हा,धर्मेंद्र यादव, तोषण सिन्हाबल्ला सिन्हा,थानेदार तुमगांव हितेश जंघेल ने न्यायालय के आदेश के बाद भी किसान का ट्रैक्टर नहीं छोड़ा।
28 फरवरी ट्रैक्टर रैली लोकतंत्र पर हमला जायेंगे माननीय उच्च न्यायालय – अनिल दुबे
