नकली क्राइम ब्रांच ऑफिसर्स एक करोड़ 30 लाख रुपए की लूट मामले में सपडा़ये
– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर। फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर नकली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर आधा दर्जन के करीब महिला और पुरुषो द्वारा एक करोड़ 30 लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब हो गई है। बताया जा रहा है कि सकरी निवासी विद्या प्रकाश पांडे ने अपनी जमीन बेचने से हासिल एक करोड़ 30 लाख रुपए और कुछ जरूरी कागजात एक पेटी में रखकर काली मंदिर माता चौरा सिरगिट्टी निवासी पुजारी कृष्ण कुमार मिश्रा के घर रखवाया था।
इसकी जानकारी इन दोनों के अलावा किसी दूसरे को नहीं थी। पेटी में ताला लगा हुआ था और पुजारी के परिवार को भी सिर्फ इतना ही पता था कि पेटी में कुछ दस्तावेज है।लेकिन 13 अगस्त को जब पुजारी कृष्ण कुमार मिश्रा राजनांदगांव गए थे और घर पर केवल महिलाएं थी तो उनके घर चार पुरुष और दो महिलाएं पहुंची, जिन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच से बताया और घर में रखी पेटी के बारे में पूछताछ करने लगे। महिलाओं ने उन्हें कुछ भी बताने से मना किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और उन्हें बंधक बनाकर पलंग के नीचे से पेटी निकाल ली गई। फिर उसका ताला तोड़कर उसे देखा गया और नकली क्राइम ब्रांच के लोग एक करोड़ 30 लाख रुपए अपने साथ लेकर चलते बने। दिखावे के लिए उन लोगों ने कुछ कथित सरकारी दस्तावेज पर महिलाओं के हस्ताक्षर भी ले लिए।
घर लौटने पर पुजारी कृष्ण कुमार मिश्रा को इसकी जानकारी हुई तो वे भागे भागे थाने पहुंचे, जहां पहले से ही विद्या प्रकाश पांडे मौजूद थे। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर दिया लेकिन इस कहानी में पुलिस को पुजारी की ही भूमिका संदिग्ध लगी। इधर पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज की तलाश कर रही थी। इसी आधार पर पुलिस तीन महिलाओं तक पहुंच पाई ।300 से अधिक सीसीटीवी का पीछा करते हुए पुलिस नकली क्राइम ब्रांच गिरोह के दो महिला सदस्यों तक जा पहुंची, पुलिस ने इस मामले में तिफरा में रहने वाली 25 वर्षीय सिंधु वैष्णव और सागर और वर्तमान में भारतीय नगर एल 3 में रहने वाली रानी बैरागी को गिरफ्तार किया है। सिंधु वैष्णव के पास से 20 लाख रुपए और रानी बैरागी के पास से 10 लाख रुपए मिले हैं। पुलिस का दावा है की जल्द ही गिरोह के पुरुष सदस्य भी पकड़े जाएंगे, जिनके पास शेष रकम मौजूद है।