सिम्स में भर्ती मरीज की हुई मौत परिजनों ने किया हंगामा, लगाया डॉक्टरों पर आरोप
– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर । सिम्स अस्पताल में गुरुवार को महिला की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान नाराज परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए डॉक्टर से झूमाझटकी भी की। परिजनों का आरोप है कि महिला देर रात से भर्ती थी, जिसके बाद भी डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आए। जबकि, उसकी स्थिति गंभीर थी। यहां इलाज नहीं मिलने के कारण उसने दम तोड़ दी।जानकारी के अनुसार तारबाहर में रहने वाली 45 वर्षीय महिला ऋषि कौशल दो दिन पहले उल्टी-दस्त होने से परेशान थी। उसकी हालत बिगड़ने पर परिजन बुधवार की रात उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां मौजूद डॉक्टर और स्टाफ ने जांच के बाद इंजेक्शन लगाया। फिर उसकी स्थिति गंभीर होने पर उसे सिम्स रेफर कर दिया।देर रात महिला को लेकर परिजन सिम्स पहुंचे, जहां डॉक्टर ने प्रारंभिक जांच के बाद ईसीजी कराने के लिए बोला। जिसके बाद परिजनों ने स्टाफ से ईसीजी कराने के लिए कहा। आरोप है कि डॉक्टर ने परिजनों से दुर्व्यवहार किया। उन्हें कहा गया कि यहां बहुत सारे मरीज है। जब समय मिलेगा, तब ईसीजी होगा। इस बीच सुबह तक डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आए। आखिरकार, इलाज के अभाव में गुरुवार को इलाज के दौरान के महिला की मौत हो गई।
परिजनों ने डॉक्टर से की झूमाझटकी
गुरुवार को महिला की मौत की जानकारी होने पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर से झूमाझटकी भी की। उनका कहना था कि रात भर मरीज की हालत गंभीर बनी रही। लेकिन, उसको कोई देखने तक नहीं आए, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई।
भाई बोला- डिस्चार्ज भी नहीं किया
मृतका के भाई राजकुमार मिश्रा और बेटा विक्की कौशल ने बताया कि रात में उन्होंने इलाज में देरी होने पर मरीज को प्राइवेट अस्पताल रेफर करने की बात कही। इसके लिए स्टाफ से मदद भी मांगा गया, जिस पर वो दुर्व्यवहार करने लगे। लगातार हो रही देरी के कारण वो लोग परेशान थे। लेकिन, अस्पताल में कोई उन्हें सुनने वाला नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि उपचार में देरी और लापरवाही के चलते ही मरीज की मौत हुई।
समझाते रहे पुलिसकर्मी
इस दौरान परिजनों के हंगामा मचाने की खबर मिलते ही पुलिस की टीम भी सिम्स पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने नाराज परिजनों को समझाइश दी। लेकिन, परिजन डॉक्टर और स्टाफ पर अपनी भड़ास निकालते रहे। पुलिस और डॉक्टरों की समझाइश पर मामला शांत हुआ और परिजन शव लेकर रवाना हो गए।