सरकारी भवन है वर्षो से ताला बंद, जर्जर खंड़हर भवन मे हो रहा तब्दील
पुलस्त शर्मा मैनपुर – गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखंड मैनपुर के सुदूर वनांचल गांव शोभा में वर्षो पहले शासकीय पशु औषधालय एवं पटवारी कार्यालय सह आवास भवन लाखों रुपए खर्च कर सरकारी मद से भवन निर्माण कर संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित ठेकेदारों को फायदा तो पहुंँचा लेकिन इस सरकारी भवन में जिम्मेदार कर्मचारियों के नहीं रहने के कारण भवन में वर्षो से ताला लगा हुआ खंडहर में तब्दील हो गया है अगर कोई कर्मचारी को रहना ही नहीं है तो लाखों रुपए खर्च करके बिना कार्य योजना प्लानिंग के शासन प्रशासन को ऐसे भवन बनाकर के खंडहर में तब्दील करने का क्या औचित्य है।
क्षेत्र वासियों का सपना था कि पशु औषधालय भवन शोभा मे बनने से क्षेत्रभर के पशुओ का देखभाल बीमारियों से रोकथाम टीकाकरण के साथ ही पशुओं में होने वाली बीमारियों से संबंधित सरकारी जानकार लोग शोभा मे रहेंगे लेकिन पशु औषधालय भवन मे ताला एवं बिना जिम्मेदारों के भूत बंगला जैसा दिख रहा है। दूसरी ओर पटवारी कार्यालय सह आवास भवन बनने के बाद से आज तक खुला ही नहीं है फिर ऐसे सरकारी मद से लाखों रुपए खर्च करके क्यों बनाया जाता है संबंधित विभाग के जिम्मेदारों को इन दोनों शासकीय भवन में कर्मचारी क्यों नहीं रह रहे हैं वर्षो से ताला क्यो बंद है इस पर संज्ञान लेकर समाधान के दिशा में काम करने की जरूरत है ताकि क्षेत्र वासियों का भला हो सके।
इस संबंध में क्या कहते हैं किसान संघर्ष समिति के नेता दैनिक राम मंडावी ने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर ग्राम शोभा में शासकीय भवन बनाया गया है कर्मचारियो के बिना भवन खंडहर एवं वर्षों से ताला लगा हुआ है क्षेत्रवासियों को लाभ नहीं मिल रहा है अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है।