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मालिक की गाड़ी और 11 लाख रुपए लेकर भागा ड्राइवर आखिरकार पकड़ा गया

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मालिक की गाड़ी और 11 लाख रुपए लेकर भागा ड्राइवर आखिरकार पकड़ा गया

– सुरेश सिंह बैस

बिलासपुर। कुछ दिन पहले ही नौकरी पर रखा ड्राइवर कार और मालिक के लाखों रुपए लेकर फरार हो गया था, जिसे पुलिस ने ढूंढ निकाला है। पकड़ा गया आरोपी वेद प्रकाश राजपूत उर्फ दीपक आदतन अपराधी है और उसके नाम से पहले ही कई मामले दर्ज है। तारबाहर क्षेत्र में रहने वाले कैलाश चंद्र अग्रवाल ने तालापारा में रहने वाले वेद प्रकाश को अपने यहां ड्राइवर रखा था। 6 मार्च को वेद प्रकाश उनकी बलेनो कार क्रमांक सीजी 10 ए बी 1529 और कार में मौजूद 11 लाख रुपए लेकर फरार हो गया था, जिसकी शिकायत थाने में की गई थी। पुलिस मामला दर्ज करने के बाद से ही आरोपी ड्राइवर को तलाश कर रही थी। साइबर सेल की मदद से पुलिस को सूचना मिली कि वेद प्रकाश रायपुर में छुपा हुआ है। इसके बाद पुलिस की एक टीम रायपुर पहुंची और घेराबंदी कर वेद प्रकाश को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने कैलाश चंद्र अग्रवाल की बलेनो कार और 11 लाख रुपए लेकर भाग जाने की बात स्वीकार करते हुए हैरान करने वाली कहानी सुनाई। उसने बताया कि पकड़े जाने के डर से उसने बलेनो कार को भागने के दौरान रास्ते में ही गनियारी के पास छोड़ दिया था और बस से कोटा पहुंचा था। बाद में 3300 रु में उसने एक प्राइवेट कार किराए पर लिया, जिसकी मदद से वह कोरबा पहुंच गया,जहां उसने 48,000 रु में एक आईफोन खरीदा। पास में पैसा होने के कारण उसने ऑटो डील से 6 लाख 51000 में एक इनोवा कार खरीदी और उसी कार सीजी 12 एई 6050 को लेकर वह मंडला चला गया, जहां उसने महादेव सट्टा एप में ₹3 लाख लगा दिया और हार गया। इसके बाद उसने अपना आईफोन भी बेच दिया और उस पैसे से उसने एक रेडमी मोबाइल खरीदा। 29 मार्च को वह अपनी इनोवा कार से रायपुर पहुंचा जहां उसने मुनीरूद्दीन नामक एक व्यक्ति को यही कर 2 लाख 40000 रुपए में बेच दी और फिर इससे मिले पैसे से महादेव एप में सट्टा खेला, जिससे उसे चार लाख रुपए मिले। उसने एक बार फिर से 48,000 में एक आईफोन खरीदा, फिर उसने अपने लिए 1 लाख 8000 में एक मोटरसाइकिल खरीदी, जिस पर सवार होकर वह रायपुर गया
और वहां प्रेरणा होटल में रहने लगा। आरोपी के पास से पुलिस को बलेनो कार की चाबी, शेष बची नगद रकम में से 3 लाख 10 हजार रुपए ,बाईक, मोबाइल बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ते हुए खुलासा किया है कि कार चालक वेद प्रकाश के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज है, जिसकी पड़ताल किए बगैर उसे नौकरी पर रखने की सजा कैलाश अग्रवाल को मिली है।आरोपी वेदप्रकाश राजपूत आदतन अपराधी है, उसके खिलाफ कई अपराधिक रिकार्ड है आरोपी के नाम वर्ष 2006 में थाना तारबहार में अपराध क्रमांक 308/2006 धारा 336 भादवि का अपराध है। वर्ष 2013 में कोतवाली थाना क्षेत्रांतर्गत अपराध क्रमांक 114/2013 धारा 407 भादवि मे बीएसएनएल कंपनी का ईसीजी मशीन लेकर उसे बनवाने के नाम पर 16000/- रूपये लेकर फारार हो गया था। इसी प्रकार वर्ष 2018 में बिल्हा थाना क्षेत्रांतर्गत अपराध क्रमांक 192/018 धारा 406 भादवि मे आरोपी द्वारा प्रार्थी के मुनीम के पास से 250000/- रूपये पहुचाने के नाम से पैसे लेकर फरार हो गया था। वर्ष 2021 मे आरोपी के खिलाफ थाना सिविल लाईन में भी अपराध क्रमांक 442/2021 धारा 407 भादवि का अपराध जिसमे आरोपी 200000/- रूपये लेकर फरार हो गया था वर्ष 2023 मे धाना सिविल लाईन मे अपराध क्रमांक 254/2023 धारा 294,323,506,427 भादवि का अपराध पंजीबद्ध है।

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