कुसमी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत जिरहुल की श्रीमती ललकि का प्रधानमंत्री आवास मे गृह प्रवेश।
कुसमी/ फिरदौस आलम।आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए पक्के का आवास एक सपने जैसा होता है, परंतु केन्द्र सरकार की मंशानुरूप शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का समुचित लाभ समाज के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने की है, ताकि समाज के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। इन्हीं महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री आवास योजना। प्रधानमंत्री आवास योजना उन लोगों के सपने साकार कर रही है, जिनकी आधी जिन्दगी कच्चे के घर में गुजर गई है और जब उनका खुदका सपना सच होता है तो वो खुशी उनके लिए क्या मायने रखतीं है शब्दों में बयां करना पाना मुश्किल है। प्रधानमंत्री आवास योजना से जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायत जिरहुल निवासी हितग्राही ललकि पति सूबे राम ने बताया अपने कच्चे के घर में परिवार के साथ जीवनयापन कर रहे थे, वे बताते हैं कि पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधे पर है। वे कृषि एवं मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं।
उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि अपने इस जीवन में वे पक्के के मकान में अपने परिवार के साथ रह पायेंगे। उनके लिए पक्के का मकान एक सपने जैसा था। वे बताते हैं कि खप्पर के मकान में रहना मुश्किल होता था, बरसात के दिनों में घर के अंदर पानी आ जाता था तथा ठण्ड के दिनों पेरशानियों का सामना करना पड़ता था। समय के साथ रेत, गिट्टी, सीमेंट और ईंट की खरीदी दर भी बहुत मंहगी हो चुकी है। परन्तु शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना उनके पक्के घर के सपने को साकार करने में सिद्ध हुई। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्माण वर्ष 2021- 22 में पक्का आवास बनाने के लिए शासन से स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से अनुदान में मिली सहयोग राशि से पक्का मकान बना लिया। अब पक्का मकान बन जाने से वे अपने परिवार के साथ उस पक्के के मकान में खुशहाल जीवन यापन कर रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।