बिलासपुर। माता शबरी गर्ल्स कॉलेज परिसर का 87 लाख का हॉस्टल भूत प्रेत के अफवाह के कारण 8 साल से बंद पड़ा खंडहर में तब्दील हो रहा है। इसके बावजूद कालेज प्रशासन छात्रावास अधीक्षक और 2 भृत्य और नेक मूल्यांकन के लिए बुलाये गए सहायक ग्रेड कर्मी को यही अटैच रखे है। जबकि उनका रिलीविंग ऑर्डर भी आ गया है।
छात्रावास अधीक्षक, 2 भृत्य व सहायक नेक ग्रेड को बिना काम के वेतन
आरोप है कि इन कर्मियों को बिना काम के वेतन देना पड़ रहा। वहीं यहां पढ़ने के लिए दीगर जिले और प्रान्त से आने वाली छात्राओं को मजबूरन 2- 3 हजार रुपये मासिक में किराए का मकान लेकर रहना पड़ रहा है। आरोप है कि ये अतिरिक्त कर्मी हॉस्टल में छात्राओं की रखवाली करने के बजाय एकाउंटेंट और बाबू बनकर काम करना चाहते है इसलिए ऐसी अफवाह उड़ाई गई।