राम अगर वन ना जाते तो राम राम बन न पाते – अंकुश तिवारी जी महाराज
खरसिया/ विकास अग्रवाल – भगवान राम का जीवन सभी के लिए एक आदर्श है, लेकिन वे मर्यादापुरुषोत्तम तभी बन पाए जब उन्होंने त्याग किया, जब उन्होंने राज सिंहासन का त्याग करके वन को चुना, अगर वे वन न जाते तो राम राम ना बन पाते।
धर्मनगरी खरसिया की पावन धरा पर गर्ग परिवार मांढीवाल द्वारा आयोजित पितृमोक्षार्थ श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिन व्यास पीठ से पूज्य अंकुश तिवारी जी महाराज ने भगवान राम के जीवन चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा।
उन्होंने की अगर राम सा बनना है तो राम के जैसा त्याग भी करना होगा। विदित हो कि 17 सितंबर से 23 सितंबर तक श्रीमद भागवत कथा स्थानीय कन्या विवाह भवन में आयोजित किया जा रहा है। कथा के चौथे दिवस गजेंद्र मोक्ष, वामन अवतार की कथा, राम अवतार तथा कृष्ण जन्म की कथा सुनाई गई, वामन भगवान के अवतार तथा श्री कृष्ण जन्म का जीवंत झांकियो के माध्यम से गान किया गया जो श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर रहा था। भागवत कथा के इस आयोजन को सफल बनाने तथा भव्य रूप देने के लिए गर्ग परिवार के राम अवतार अग्रवाल, राम चरण अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, बजरंग लाल अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, सुनील अग्रवाल पत्रकार, विकास अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, विवेक अग्रवाल सहित सभी सदस्य तन मन से लगे हुए हैं।