वीरेन्द्र साहू/रेखराज साहू तिल्दा नेवरा:- डॉक्टर के अभाव में मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।और एकतरफ सरकार अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं की ढिंढोरा पिट रही हैं। जबकि तिल्दा नेवरा व आसपास के ग्रामो के लोगो को स्वास्थ्य केन्द्र से बिना ईलाज के वापस लौटना पड़ रहा है। डॉक्टर की कमी से स्टॉप से लेकर मरीज तक जूझ रहे हैं। न विधायक सुध ले रही है न सांसद मरीजो का सुनने वाला तिल्दा नेवरा में कोई नेता नही है। ब्लाक के शासकीय सरकारी हास्पीटल सामु. स्वा केन्द्र तिल्दा में वर्तमान में केवल नियमित 3. डॉक्टर कार्यरत हैं ग्र समीप के गाँव मिलाकर एवं समीप जिला बलौदाबाजार सीमगा ब्लॉक क्षेत्र से भी लोग इलाज कराने आते हैं वर्तमान में सामु वा केन्द्र तिल्दा में प्रतिदिवस जनरल मरीज (ओ.पी.डी.) की संख्या 250 के आस- पास है जिसके अनुपात में उपलब्ध डाक्टरों की संख्या केवल 3 है जिसमें एक आरथों के डाक्टर एक निश्चेतक, एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ है। बाकि जनरल मरीजो
के इलाज के लिए डाक्टरो की कमि है चूंकि यह कार्य आम नागरिको के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है । बिन डॉक्टर सब सुन
है कि वर्तमान परिस्थिती के अनुसार स्वास्थ्य केन्द्र तिल्दा में जल्द से जल्द डाक्टरो का उचित व्यवस्था करके स्वास्थ्य सुविधा को सुचारू करने की जरूरत है।नही तो आगामी विधानसभा चुनाव में जनता स्वयं अपनी विवेक से निर्णय ले लेगी।
डॉक्टर की कमी से जूझ रहा तिल्दा नेवरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
