सेरेंगदाग उप सरपंच ने कहा मेरे ऊपर झूठा रिपोर्ट कर भ्रष्टाचार दबाने की कोशिश की जा रही है।
कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत सेरेंगदाग में किए जा रहे घटिया नाली निर्माण कार्य पर, भ्रष्टाचार की आवाज उठाने वाले उपसरपंच पर, झूठा रिपोर्ट दर्ज करने आवेदन देकर सरपंच द्वारा भ्रष्टाचार को दबाने की की जा रही है कोशिश।
कुसमी /फिरदौस आलम – कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत सेरेंगदाग के उपसरपंच ने सरपंच पर आरोप लगाया है, कि मुझे बदनाम करने और मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।
आपको बता दें ग्राम पंचायत सेरेंगदाग मैं प्रधानमंत्री आदि आदर्श योजना अंतर्गत दो नाली का कार्य स्वीकृत हुआ था जिसका निर्माण बर्खास्त रोजगार सहायक के द्वारा कराया जा रहा है, उपसरपंच उमेश यादव के द्वारा कार्य में गुणवत्ता नहीं पाए जाने पर एसडीओ एवं इंजीनियर से इसकी शिकायत की पर उनके द्वारा कोई पहल नहीं दिखा न हीं उनके द्वारा कोई कार्यवाही की गई बल्कि इनके द्वारा एक नाली का कार्य आनन-फानन में पुरा करा दिया गया तब इसकी शिकायत उपसरपंच उमेश यादव के द्वारा जिला पंचायत सीईओ कलेक्टर बलरामपुर राज्यमंत्री रेणुका सिंह को की गई और नाली निर्माण कार्य अच्छे से हो इसकी अपील की
ग्राम पंचायत सेरेंगदाग के सरपंच को पता चला की उपसरपंच उमेश यादव के द्वारा नाली निर्माण कार्य का शिकायत किया गया है तो सरपंच के द्वारा झूठा रिपोर्ट उपसरपंच उमेश यादव के खिलाफ सामरी पाठ थाने में आवेदन देकर कहा की हमारे द्वारा नाली निर्माण का कार्य सही कराया जा रहा है उपसरपंच के द्वारा हमसे कमीशन मांगा गया हमने नहीं दिया तो उमेश यादव ने कहा काम में पास करा कर लाया हूं मैं काम नहीं करने दूंगा
उपसरपंच उमेश यादव को जानकारी हुए की सरपंच के द्वारा उनके ऊपर कमीशन मांगने का आरोप लगा है, तो उपसरपंच उमेश यादव ने सामरी पाठ थाने में आवेदन देकर सरपंच के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा की मेरे द्वारा घटिया नाली निर्माण का विरोध करने पर मुझ पर आरोप लगाया जा रहा है, जिससे घटिया निर्माण कार्य का मामला दब जाए
मैं ग्राम पंचायत सेरेंगदाग का उपसरपंच हु मेरी जिम्मेदारी बनती है,की ग्राम के विकास के कार्यों की अच्छी गुणवत्ता हो।
बर्खास्त रोजगार सहायक सामग्री सप्लायर के साथ रणनीति बनाकर मुझे फसाया जा रहा है, उक्त अपने बनाए गए रणनीति में सफल हो जाते हैं, तो ग्राम पंचायत सेरेंगदाग मैं मनमानी तरीके से निर्माण कार्य कराएंगे और घटिया निर्माण होने पर आवाज उठाने वाले पे झूठा मुकदमा दायर कर उसे दबाने का लगातार प्रयास करेंगे जबकि हकीकत यह है, की नाली का निर्माण बेहद घटिया है, और बनाए गए स्टीमेट के बिल्कुल ही विपरीत है।
उपसरपंच उमेश यादव ने कहा जिला स्तर की टीम या अन्य विभाग की टीम द्वारा नाली निर्माण के बारीकी से जांच की जाए तो निश्चित ही एस्टीमेट से बिल्कुल विपरीत कार्य पाए जाएगा।