इंदौर। इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच हुए बार्डर गावस्कर ट्राफी के मैच की पिच को लेकर विवाद उठा था। मैच रेफरी ने इसे खराब करार देते हुए तीन नकारात्मक अंक दिए थे। जिसके खिलाफ बीसीसीआइ ने अपील की थी। अब इस मामले में आइसीसी ने माना है कि मैच रेफरी के मत में बदलाव की जरूरत है। आइसीसी ने माना की पिच खराब नहीं थी। यह औसत से कम थी। ऐसे में तीन नकारात्मक अंक हटाते हुए अब सिर्फ एक रह गया है।
इंदौर के होलकर स्टेडियम में बार्डर गावस्कर ट्राफी में इंदौर और आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच टेस्ट मैच मुकाबला हुआ। तीन दिन में ही यह खत्म हो गया। इस दौरान मैच रेफरी क्रिस ब्राड ने मैच जल्दी खत्म होने की वजह पिच का बहुत सूखी होने बताया और इसी की वजह से गेंद और बल्ले के बीच अच्छा संतुलन नहीं बनना कहा गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मैच शुरू होने के साथ ही पिच में पर गेंद का असामान्य रूप से उछाल हो रहा था। क्रिस ब्राड ने इसमें होलकर स्टेडियम की पिच को 3 निगेटिव अंक दे दिए थे। ऐसे में इंदौर स्टेडियम में एक वर्ष तक सभी मैचों पर प्रतिबंध लगा जाता और यह निगेटिव अंक पांच साल तक रहते।
क्रिकेट मैच के रेफरी द्वारा किसी भी स्टेडियम की पिच का आकलन 6 तरह से होता है। जिसमें बहुत अच्छा पिच, अच्छा पिच, औसत पिच, औसत से खराब पिच, खराब पिच के बाद अयोग्य पिच की श्रेणी है। इसमें इंदौर के पिच को औसत से खराब बताते हुए 3 निगेटिव अंक दिए गए थे।
आइसीसी ने माना इंदौर की पिच खराब नहीं थी
