बिलासपुर। जिले में कोरोना महामारी काबू में तो चल रही है, लेकिन अब बीच-बीच में मरीज मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र में चार कोरोना मरीज मिलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। इनमें से तीन मरीज सरकंडा क्षेत्र के रहने वाले हैं। वही एक मरीज गौरवपथ रोड से मिला है।
मौजूदा स्थिति में जिले में 10 कोरोना संक्रमित मरीज सक्रिय हैं। ये सभी सप्ताह भर के भीतर में मिले हैं। लिहाजा जिला स्तर पर भी इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
सीएमएचओ डा. अनिल श्रीवास्तव ने एक बार फिर कोरोना टेस्टिंग व ट्रेसिंग शुरू करने निर्देश दे दिए हैं। वहीं सिम्स व जिला अस्पताल में सर्दी-खांसी, बुखार के पहुंचने वाले मरीजों का लक्षण के आधार पर कोरोना टेस्ट करने को कहा गया है।
यदि इस दौरान कोई भी कोरोना से संक्रमित मिलता है तो तत्काल मरीज के संपर्क में आने वालों को ट्रेसिंग कर सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सावधानी नहीं बरती गई तो एक बार फिर संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। हालांकि अभी भी कोरोना महामारी नियंत्रण में चल रही है।
लेकिन, इसके बाद भी इसके दुष्परिणाम को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में कोरोना को लेकर जिलेवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बीते चार दिन पहले रिंग रोड दो स्थित महिमा विहार में एक 65 वर्षीय महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की गई। इसके बाद इस क्षेत्र से लगातार कोरोना मरीज मिल रहे हैं। चार दिन के भीतर इस क्षेत्र में पांच मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में ट्रेसिंग टीम क्षेत्र में सक्रिय है और लगातार मरीज के संपर्क में आने वालों का कोरोना सैंपल ले रही है।
कोरोना के मरीज मिलने के बाद कोरोना टेस्ट में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। लक्षण वाले जांच करा रहे हंै। शुक्रवार को जिला अंतर्गत कुल 264 की कोरोना जांच की गई। इसमें चार कोरोना संक्रमित मिलने की पुष्टि की गई है।
डा. अनिल श्रीवास्तव, सीएमएचओ ने कहा कि जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन, लापरवाही के गंभीर परिणाम आ सकते हंै। इसे देखते हुए अभी से तैयारी कर ली गई है। नियंत्रण के काम में गति लाई जा रही है।