घर बैठे इंजीनियर कर रहे है मनरेगा योजना के निर्माण कार्य की देखरेख, कमीशन खोरी से जिगड़ी पंचायत में खुलेआम कराया जा रहा है, घटिया स्टॉप डेम का निर्माण
आफताब आलम
बलरामपुर/ बलरामपुर जिले के राजपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जिगडी में उपयंत्री, तकनीकी सहायक के मिली भगत से सरपंच,सचिव,रोजगार सहायक एवं संबंधित इंजीनियर घटिया स्टाप डेम निर्माण करा, लाखों रुपए गमन कर रहे है, जिसकी विभाग के उच्च अधिकारी को नहीं है सुध लेने की फुर्सत,ग्रामीणों ने विरोध कर किया कार्यवाही की मांग।
आपको बता दे की बलरामपुर जिले के राजपुर जनपद पंचायत अंतर्गत मनरेगा योजना के तहत निर्माण कार्य में खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
ताजा मामला जनपद पंचायत राजपुर के ग्रामपंचयत जिगड़ी का है, जहां पर 18 लाख रुपए की लागत से बनने वाले स्टॉप डेम का निर्माण निहायत घटिया स्तर का किया जा रहा है।
स्टॉप डेम निर्माण में वेश(गड्ढे) की खुदाई नहीं की गई है,नाम मात्र का एक फिट गड्ढे की खुदाई कर कार्य कराया जा रहा है। स्टाप डेम में सरिया का भी उपयोग नाम मात्र का कर निर्माण कार्य कराया जा रहा ही,सीमेंट और कंक्रीट की मात्रा भी निहायत ही कम डाला जा रहा है, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने जांच कर कार्यवाही की मांग की है। हमारे रिपोर्टर आफताब आलम से बात करते हुए ग्राम पंचायत जिगड़ी के ग्रामीणों ने कहा कि स्टॉप डेम निर्माण का देखरेख करने उपयंत्री, तकनीकी सहायक कार्यस्थल पर नहीं आते हैं,स्टॉप डेम घटिया निर्माण किया जा रहा है, जिससे ग्राम वासियों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा,बरसात में पानी के बहाव से स्टाप डेम बह जाएगा। इस घटिया निर्माण में मनरेगा योजना के उपयंत्री, रोजगार सहायक,सरपंच, सचिव मिलीभगत कर कागजी खानापूर्ति करते हुए राशि का गमन कर रहे है।
जनपद पंचायत में बैठे मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा प्रोग्राम ऑफिसर मनरेगा को भी पंचायत में चल रहे घटिया निर्माण का जानकारी है, इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, हम लोगों ने लिखित आवेदन जनपद पंचायत राजपुर,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर को लिखित आवेदन देते हुए आग कराए है, पर कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्टाचारी, खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
अब देखने वाली बात यह है कि क्या खबर प्रकाशन के बाद भी जिले में बैठे जिला अधिकारी इस भ्रष्टाचार की सुध लेते हुए दोषी पर कार्यवाही कर,शासकीय राशि वसूली करते भी है या नहीं।